कजरा. स्थानीय थाना क्षेत्र में साइबर क्राइम का एक नया मामला सामने आया है. कजरा थाना क्षेत्र के विक्रमपुर गांव निवासी महेश कुमार जयसवाल के पुत्र आशीष कुमार जायसवाल जो राशन का दुकान चलाकर अपना व अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. उन्हें इसका शिकार बनाया गया. उन्होंने त्योहार का सीजन को लेकर लोन लिया कि कुछ पैसों की कमाई हो जायेगी, परंतु इनके सारे पैसे साइबर फ्रॉड द्वारा चोरी कर लिये गये.
स्कैमर्स ने लोन के पैसे का वेरिफिकेशन का दिया झांसा
आशीष कुमार जायसवाल ने बताया कि उन्हें सोमवार को यानि मामले के पहले दिन इंडसइंड बैंक के नाम से कॉल आया. बताया गया कि वह बैंक मेन ब्रांच से सुपरवाइजर विष्णु कुमार सिंह बोल रहे हैं. आपका लोन पास हुआ, उसी के वेरिफिकेशन को लेकर कॉल की गयी है. उन्होंने उसे उसके अकाउंट का सारा डिटेल बताया. साथ ही लोन पास करने वाले अधिकारी का नाम बताया. जिस कारण उसने भरोसा कर लिया. उसके बाद उसने कहा वह मंगलवार को ढाई बजे करीब वीडियो कॉल कर वेरिफिकेशन करेगा, उन्हें कॉल रिसिव कर लेना है. यह कहकर फोन रख दिया गया.दूसरे दिन आया वीडियो कॉल और उड़ गये खाते से लाखों रुपये
मामले के दूसरे दिन यानि मंगलवार को दिन के दो बजकर 35 मिनट पर वीडियो कॉल आया और बोला गया वेरिफिकेशन कर दिया गया है. आप फोन-पे खोल कर अपना बैलेंस चेक कर लें. उन्होंने जैसे ही फोन-पे खोल कर अपना बैलेंस चेक किया और इसके महज कुछ सेकंड बाद ही उसके खाते से पैसे गायब हो गये. इतने में स्कैमर्स का फोन भी कट गया. फोन कट होते ही उसके मोबाइल पर मैसेज आया दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक से 13 हजार 503 रुपये की निकासी का. तब जाकर हमने अपना खाता चेक किया तो वहां से खाता खाली था. तभी उसने जब अपने दूसरे अकाउंट इंडसइंड बैंक के खाते की जांच की तो वहां से एक लाख 43 हजार रुपये की निकासी हो चुकी थी.तुरंत कॉल करने पर नंबर हो गया बंद
पैसे की निकासी होते ही वापस दोनों नंबर पर कॉल की गयी, परंतु दोनों नंबर उस समय से लगातार बंद आ रहा है. वहीं मामले की शिकायत इंडसइंड बैंक में भी की गयी, परंतु बैंक की ओर से किसी प्रकार की मदद का आश्वासन नहीं मिला. सीधा बोला गया इसमें वे कुछ नहीं कर सकते.दोनों पैसे दो खाते में गये
पैसे की निकासी मंगलवार को हुई जो दक्षिण ग्रामीण बैंक से पैसे निकले, वह ग्रोर्फस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खाते में गया. वहीं दूसरा इंडसइंड बैंक का पैसा उत्कर्ष बैंक के प्रीतीलता नाम के खाते में गया है.मामले का लेकर पीड़ित ने 1930 पर करायी शिकायत दर्ज
इस संबंध में डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष सुचित्रा कुमारी ने बताया कि पीड़ित द्वारा उन्हें जानकारी दी गयी है तथा 1930 पर शिकायत भी दर्ज की गयी है, लेकिन अभी तक आवेदन नहीं दिया गया है. आवेदन मिलने के साथ ही प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. हालांकि उन्होंने बताया कि उनकी शिकायत एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज कर ली गयी है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है