Madhubani News. जयनगर. अंतराष्ट्रीय सीमा के नो मैंस लैंड बेतौंहा गांव स्थित कस्टम चेक पोस्ट पर मंगलवार की रात तैनात प्राइवेट सुरक्षा गार्ड ब्रज लाल पासवान के साथ नेपाली नागरिकों व नेपाली पुलिस द्वारा मारपीट व अभद्र व्यवहार का मामला प्रकाश में आया है. चेक पोस्ट पर तैनात कस्टम कर्मी ने बुधवार की सुबह नेपाली वाहन व नागरिकों के भारत प्रवेश पर रोकते देखा गया. नेपाल के माड़र थाना के प्रमुख एसएसआई बीआर राय व नेपाल सशस्त्र सुरक्षा बल एपीएफ के इंस्पेक्टर जय कुमार महतो ने घटना स्थल पर पहुंचकर कस्टम चेक पोस्ट पर तैनात हवलदार वत्र कुमार सिंह, सुभाष चंद्र दास, अरुण कुमार सिंह एवं राज किशोर कुमार के साथ वार्ता के बाद यातायात बहाल किया गया. पीड़ित सुरक्षा गार्ड ब्रज लाल पासवान ने बताया कि मंगलवार की रात भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा के बेतौंहा गांव स्थित कस्टम चेक पोस्ट पर तैनात सभी सिपाही हमें रख कर बैरिकेडिंग को बंद कर खाना खाने के लिए चले गए थे. इसी क्रम में एक के बाद एक चार पहिया वाहन आया. उसमें कुछ आरकेस्ट्रा डांसर के अलावे अन्य लोग सवार थे. सभी ने बैरिकेडिंग को खोलने की बात कही. मेरे द्वारा साहब के खाना खाने के लिए चले जाने की बात कहते हुए उनके आने पर बैरिकेडिंग खोलने की बात कही गई. पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि वे सभी लोग वापस माड़र नेपाल चले गए. कुछ ही देर बाद दर्जनों की संख्या में चार पहिया वाहन व मोटरसाइकिल के साथ आए. जिसमें नेपाल माड़र थाना के एक एसआई व हवलदार भी शामिल थे. इन लोगों द्वारा भारतीय सीमा में प्रवेश कर कस्टम चेक पोस्ट की खिड़की तोड़ कर अंदर प्रवेश कर मेरे साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया. किसी तरह अपनी जान बचा कर भागने में सफल रहे. घटना को देखते हुए भारतीय क्षेत्र के लोगों ने नो मैंस लैंड स्थित कस्टम चेक पोस्ट पहुंच कर एक युवक को पकड़ा. जिसे जयनगर थाना पुलिस के हवाले किया गया है. हालांकि सभी नेपाली नागरिक व नेपाल पुलिस वापस नेपाल चले गए. मामले में थाने में हवलदार राज किशोर के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जिसमें नेपाल के माड़र निवासी दिलीप सहनी समेत अज्ञात लोग शामिल है.
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