हावड़ा. विश्वकर्मा पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन करने पहुंचे लोग उस वक्त अवाक् रह गये, जब उनकी लॉरी अचानक नदी में समा गयी. लोग चिल्लाते रहे और लॉरी देखते ही देखते उनकी आंखों के सामने नदी में समा गयी. हर साल की तरह इस बार भी पूजा कमेटी के सदस्य प्रतिमा लॉरी पर लादकर विसर्जन करने के लिए शिवपुर घाट पहुंचे थे. सूत्रों के अनुसार, डोमजूर स्थित जालान कॉम्प्लेक्स में एक फैक्टरी के कर्मचारी भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा का विसर्जन करने शिवपुर घाट पहुंचे थे. लोगों का कहना है कि अपराह्न करीब तीन बजे प्रतिमा को लेकर जब लॉरी शिवपुर घाट पहुंची, उस वक्त नदी में ज्वार था. ऐसे में घाट पर गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया था. लॉरी को घाट की ढलान पर खड़ी कर उसके पिछले पहियों में गुटखा लगाकर उसे लॉक किया गया. जब मजदूर लॉरी से प्रतिमा उतार रहे थे, तभी लॉरी अचानक पीछे की ओर जाने लगी. लॉरी को नदी की तरफ जाते देख घाट पर खड़े लोगों में भगदड मच गयी. लॉरी पर सवार मजदूर लॉरी से कूदने लगे. लोग उधर-उधर भागने लगे. इस बीच, लॉरी सीधे गंगा में चली गयी. घाट के किनारे इतना पानी था कि लॉरी नदी में पूरी तरह से समा गयी. घटना की जानकारी होते ही सैकड़ों की संख्या में लोग घाट पर पहुंच गये. हालांकि घटना में कोई घायल नहीं हुआ. लॉरी के नदी में समाने से पहले ही चालक व उसमें सवार लोग बाहर आ गये थे. घटना की जानकारी देने के बाद शिवपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस जांच कर रही है कि हादसा कैसे हुआ. लॉरी को गंगा से निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
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