पटना. रेलवे स्टाफ का फर्जी आइकार्ड लगा कर यात्रियों के मोबाइल, लैपटॉप समेत अन्य सामान उड़ाने वाले दो शातिरों को रेल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों लंबी दूरी की वीवीआइपी ट्रेनों में चढ़ते थे और यात्रियों का सामान गायब कर देते थे. दाेनाें की निशानदेही पर न्यू मार्केट में छापेमारी कर चाेरी के माेबाइल और लैपटाॅप काे खरीदने वाले माे अरबाज काे भी पुलिस ने पकड़ा. गिरफ्तार बिट्टू कुमार, काैशल कुमार व अरबाज के पास से जीआरपी ने 15 माेबाइल, 2 लैपटॉप, रेलवे स्टाफ के आठ फर्जी पचाहन पत्र के अलावा छह एटीएम कार्ड भी बरामद किये हैं. रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने बताया कि बिट्टू नालंदा के हिलसा, काैशल माेकामा व अरबाज फुलवारीशरीफ का रहने वाला है पूछताछ में पता चला कि ये पटना जंक्शन से दिल्ली या काेलकाता जाने वाली ट्रेनाें में यात्रियाें से मेलजोल के बाद स्टेशन आने से पहले यात्री के मोबाइल व लैपटॉप लेकर उतर जाते थे.
गिरफ्तारी का भय दिखा कर यात्रियों को ठगने वाला फर्जी जीआरपी स्टाफ धराया
पटना जंक्शन पर यात्रियों को गिरफ्तारी का भय दिखा कर रुपये की वसूली करने वाला फर्जी जीआरपी स्टाफ को लोगों ने पकड़ लिया. वह पश्चिम बंगाल का रहने वाला सोमनाथ नैया है. इसके पास से 7400 रुपये बरामद हुए हैं.पटना जंक्शन पर प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर रात को राजीव गया जाने के लिए खड़े थे. इतने में एक जीआरपी स्टाफ बन कर आया और कहने लगा कि तुम चोरी करने के लिए घूम रहे हो. तुम्हें जेल भेज देंगे. थोड़ी देर बाद कहा कि 15 हजार रुपये दो, छोड़ देंगे. नहीं दोगे, तो जेल भेज देंगे. विरोध करने पर पैकेट से तीन हजार रुपये निकाल लिये. बाद में मोबाइल छीन घर पर फोन लगा दिया. फोन राजीव के भैया रॉकी ने उठाया.उसने कहा कि आपका भाई चोरी करते पकड़ाया है. अगर जेल जाने से बचाना है, तो 15 हजार रुपये तुरंत भेजो. सोमनाथ ने स्टेशन के बाहर एक फास्ट फूड दुकानदार के अकाउंट में चार हजार रुपये मंगवाये. इसके बाद दुकानदार से 3600 रुपये लिये और 400 रुपये कमिशन के तौर पर उसे रखने को कहा. इसके बाद भी उसने राजीव को नहीं छोड़ा. बहस होता देख यात्री जुट गये और फिर सोमनाथ को पकड़ कर जीआरपी थाना ले गये.
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