रांची. धुर्वा थाना क्षेत्र के टंकी साइड डीटी-1781 निवासी छात्रा आयशा सिंह की धुर्वा डैम में हुई मौत के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाया गया है. प्राथमिकी मृत छात्रा आयशा सिंह के पिता सत्येंद्र सिंह की शिकायत पर दर्ज हुई है. मृत छात्रा के पिता को आशंका है कि प्रिंस कुणाल, उसके माता-पिता और बहन कोमल व काजल ने आयशा को दिगभ्रमित कर उसका अपहरण कर कहीं रखा और हत्या कर शव को डैम में फेंक दिया. पुलिस ने दर्ज केस के आधार पर जांच शुरू कर दी है.
छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया कि 15 सितंबर को 2.45 बजे उनके पुत्र आयुष सिंह को कुणाल सिंह उर्फ प्रिंस कुणाल (जो वर्तमान में चंडीगढ़ में रहकर पढ़ाई करता है) ने फोन किया था. उसने कहा कि आपकी बहन धुर्वा डैम में कूदने जा रही है. इस सूचना पर जांच करने के बाद पता चला कि आयशा घर में नहीं है. सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर पता चला कि वह 2.30 बजे स्कूटी लेकर घर से निकली है.धुर्वा डैम के फाटक के पास मिली थी स्कूटी
बाद में तलाश करने पर धुर्वा डैम के फाटक के पास आयशा सिंह की स्कूटी लगी हुई मिली और चप्पल रेलिंग पर. तब इसकी सूचना विधानसभा, धुर्वा और नगड़ी थाना प्रभारी को दी गयी. फोन करने पर प्रिंस कुणाल का मोबाइल बंद मिला. यह आदर्श नगर धुर्वा का रहनेवाला है. इसके बाद युवती के परिजन विधानसभा थाना की पुलिस के सहयोग से उसके घर पहुंचे, लेकिन वह अपने घर में नहीं मिला. 16 सितंबर को नगड़ी थाना की पुलिस ने आयशा सिंह की आत्महत्या की आशंका पर एनडीआरएफ के सहयोग से धुर्वा डैम में उसकी तलाश की, लेकिन कुछ भी बरामद नहीं किया. बाद में 17 सितंबर को छात्रा का शव डैम के फाटक के पास मिला था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है