बिहार के कई इलाकों में अब मॉनसून की रफ्तार अब धीरे पड़ चुका है. लेकिन अब सूबे में धीरे-धीरे गंगा नदी के रौद्र रुप धारण करने के कारण पटना, वैशाली, समस्तीपुर जिले के बाद भागलपुर के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. गंगा के जलस्टर में बढ़ोत्तरी के बाद सुल्तानगंज, नाथनगर, सबौर, कहलगांव और पीरपैंती के अलावा उत्तरी क्षेत्र में गोपालपुर, रंगरा आदि इलाके में दोबारा बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है.
बाढ़ के पानी में डूबे स्कूल और घर
गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद भागलपुर के कई गांवों में नदी का पानी घुसने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई लोगों के घरों में पानी घुस गया है, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों की शरण ले रहे हैं. मवेशियों को बाढ़ के पानी से बचाना उनके लिए चुनौती बनी हुई है.
नए इलाकों में भी प्रवेश कर रहा नदी का पानी
गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद सबौर प्रखंड क्षेत्र के ममलखा पंचायत स्थित पुरानी मसाढु में गुरुवार को कटाव फिर तेज हो गया. नए-नए इलाकों में भी नदी का पानी प्रवेश करने लगा है. सबौर एनएच 80 सड़क पर डायवर्सन के समीप भी पानी का दबाव बढ़ रहा है. राजपुर मुरहन सड़क मार्ग पर भी पानी चढ़ चुका है. चंदेरी खानकितता एवं घोषपुर फरका इंग्लिश के इलाकों में पानी पूरी तरह फैल रहा है.
सीजन में तीसरी बार बढ़ा गंगा का जलस्तर
सुल्तानगंज प्रखंड अंतर्गत महेशी पंचायत के कल्याणपुर में कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इस सीजन यह तीसरी बार है जब गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा है. इससे लोगों को खासी परेशानी हो रही है। कहलगांव प्रखंड के आधा दर्जन से ज्यादा पंचायतों के कई घरों में पानी घुस गया है. लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर पलायन करने को मजबूर हैं.
नवगछिया के बीरनगर में सैदपुर मार्ग पर बाढ़ का पानी भरा हुआ है. सबौर की मलमखा पंचायत में बीते एक सप्ताह से हो रहे कटाव की वजह से ग्रामीणों में दहशत है. बुधवार शाम डीएम नवल किशोर चौधरी ने कटावरोधी काम का जायजा भी लिया। कटाव की जद में आए घरों को खाली करने और आसपास बैरिकेडींग करने को कहा गया है.