21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Vastu tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के बाहर जूते-चप्पल टांगने के फायदे और नियम

Vastu tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के बाहर जूते-चप्पल टांगना नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर से बचाने में सहायक हो सकता है. जानिए इसे सही ढंग से लटकाने के नियम और इसके प्रभाव.

Vastu tips: हमारे देश की संस्कृति में बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाव के कई उपाय सदियों से प्रचलित हैं. इनमें से एक बहुत आम परंपरा है घर के बाहर जूते-चप्पल टांगना. आपने अक्सर देखा होगा कि लोग अपने घरों के दरवाजों पर पुराने जूते या चप्पल टांगते हैं, ताकि बुरी नजर दूर रहे। पर क्या वास्तु शास्त्र भी इस परंपरा को सही मानता है? इस लेख में हम जानेंगे कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के बाहर जूते-चप्पल टांगने का क्या महत्व है, और इसका बुरी नजर से बचाव में क्या योगदान हो सकता है.

बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा

वास्तु शास्त्र का दृष्टिकोण वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का वातावरण और उसमें बहने वाली ऊर्जा हमारे जीवन पर सीधा असर डालती है. जब नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है, तो यह परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य, समृद्धि और सुख-शांति पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है. बुरी नजर एक ऐसा ही नकारात्मक प्रभाव है, जिसे हमारी संस्कृति में बहुत गंभीरता से लिया जाता है. माना जाता है कि किसी की ईर्ष्या या बुरी दृष्टि आपके जीवन में नकारात्मक ऊर्जा ला सकती है. वास्तु शास्त्र इस प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए कुछ खास उपाय सुझाता है. जूते-चप्पल टांगना भी उन पारंपरिक उपायों में से एक है, जिसे लोग मानते हैं कि यह नकारात्मक शक्तियों को घर के भीतर आने से रोकता है.

Also Read: Monsoon Fashion: बरसात के मौसम में आपको स्टाइलिश बनाएंगे, ये फैशन टिप्स

Also Read: Fashion Tips: ऑफिस, पार्टी और कैज़ुअल डे के लिए व्हाइट शर्ट को स्टाइल करने के स्मार्ट तरीके

घर के बाहर जूते-चप्पल टांगने की परंपरा

भारत में कई परिवारों में यह मान्यता है कि घर के दरवाजे पर पुराने या उपयोग किए हुए जूते-चप्पल लटकाने से बुरी नजर का असर घर के अंदर नहीं पहुंचता. यह प्रथा विशेषकर उन इलाकों में ज्यादा देखी जाती है, जहां लोग पारंपरिक मान्यताओं का अनुसरण करते हैं. लोग मानते हैं कि जूते-चप्पल घर के दरवाजे पर टांगने से, बाहर से आने वाली बुरी शक्तियां दरवाजे पर ही रुक जाती हैं और घर के अंदर प्रवेश नहीं कर पातीं. साथ ही, जूते-चप्पल का टांगा जाना यह संकेत भी देता है कि घर के अंदर की शुद्धता और पवित्रता को बनाए रखा गया है. इसलिए, जो व्यक्ति घर में प्रवेश कर रहा है, वह भी इस पवित्रता का सम्मान करेगा.

वास्तु शास्त्र में मुख्य द्वार का महत्व

वास्तु शास्त्र में घर का मुख्य दरवाजा सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक माना जाता है. यह केवल एक प्रवेश बिंदु नहीं है, बल्कि यह वह स्थान है जहां से सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती हैं. वास्तु के अनुसार, अगर मुख्य दरवाजे से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो, तो यह घर के पूरे वातावरण को प्रभावित कर सकती है. वास्तु में ऐसा कहा जाता है कि अगर आप अपने घर के मुख्य दरवाजे को सही ढंग से सजाते और व्यवस्थित रखते हैं, तो इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। वहीं, जूते-चप्पल को टांगना या रखना भी इसी सिद्धांत का एक हिस्सा है. जब आप जूते-चप्पल लटकाते हैं, तो वास्तु शास्त्र के अनुसार यह नकारात्मक ऊर्जा को रोकने में सहायक होता है.

जूते-चप्पल टांगने के सही तरीके

वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आप घर के बाहर जूते-चप्पल टांग रहे हैं तो यह जरूरी है कि इसे सही ढंग से किया जाए. बिना सोचे-समझे या अव्यवस्थित तरीके से जूते-चप्पल टांगने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होने की जगह उल्टा असर भी हो सकता है. यहां कुछ वास्तु टिप्स दिए गए हैं जो ध्यान में रखने योग्य हैं.

मुख्य दरवाजे से दूर रखें

जूते-चप्पल मुख्य दरवाजे दरवाजे से दूर टांगे जाने चाहिए, इन्हें अत्यधिक नजदीक नहीं होना चाहिए ताकि दरवाजे की सुंदरता और प्रवेश द्वार की ऊर्जा प्रभावित न हो.

दाएं ओर रखें

वास्तु के अनुसार, जूते-चप्पल को दरवाजे के दाईं ओर लटकाना या रखना शुभ माना जाता है. यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें