गंगा नदी में जलस्तर के बढ़ने के बाज से ही शहर के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिती बनी हुई है. इस बीच गुरुवार देर शाम रूपगंज के काठिया बाबा मंदिर की चारदीवारी ढह गई और दीवार के पास बाढ़ के पानी में नहा रहे 3 बच्चों पर गिर गई। इस घटना में दो बच्चों की जान चली गई और एक अन्य बच्चा घायल हो गया।
बाढ़ के पानी से दीवार हो गई थी कमजोर
बता दें कि सारण जिले में सरयू और गंगा नदी में उफान है. कई पंचायत जलमग्न है और छपरा शहर के कुछ इलाकों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. बताया जा रहा है कि मंदिर परिसर में भी पानी घुसा था जिसके बाद मंदिर की दीवार कमजोर हो गई थी. बच्चे बेपरवाह होकर यहां खेल रहे थे, लेकिन दीवार अचानक गिर गई और तीन बच्चे इसकी चपेट में आ गए.
घायल बच्चे का चल रहा इलाज-सारण पुलिस
धटना की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जरुरी कार्रवाई करने के साथ ही घायल बच्चे को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा. वहीं इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि सारण जिले के नगर थाना अंतर्गत रूपगंज अड्डा नंबर 2 स्थित कठिया बाबा मंदिर की चहारदीवारी ढह गयी और चहारदीवारी के पास बाढ़ के पानी में स्नान कर रहे तीन बच्चों पर गिर गयी. इससे दो बच्चों की मौत हो गयी और एक बच्ची का इलाज सदर अस्पताल, छपरा में चल रहा है. गिरी हुई चहारदीवारी के मलबे को जेसीबी से हटाने की कार्रवाई की जा रही है. उक्त स्थान पर विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है. वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर कैंप कर रहे हैं. कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य है.
प्रशासन को तत्काल राहत तथा बचाव कार्य बड़े पैमाने पर चलाने की जरूरत
वहीं, मूसेपुर, डुमरी अड्डा, दफ्तरपुर, भैरोपुर निजात, चिरांद समेत छपरा शहर के दक्षिणी क्षेत्र इनई, रिविलगंज होते मांझी तक बाढ़ का व्यापक प्रभाव हो चुका है. हजारों परिवार व पशु बेघर हो चुके हैं. प्रशासन को तत्काल राहत तथा बचाव कार्य बड़े पैमाने पर चलाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि उन इलाक़ों में तैयार भोजन, पशु चारा एवं चिकित्सकीय देखभाल तत्काल आवश्यक है