संवाददाता, मुजफ्फरपुर समाहरणालय गेट के बाहर गुरुवार की दोपहर लोक चेतना दल के बैनर तले सामूहिक आत्मदाह की कोशिश की गयी. ज्वलनशील पदार्थ लेकर पहुंचे लोगों को पहले से तैनात पुलिसकर्मियों व मजिस्ट्रेट ने पकड़ लिया. उनके हाथ से केरोसिन की बोतल छीनी गयी. इस दौरान प्रदर्शनकारी व पुलिसकर्मियों के बीच में तीखी नोक- झोंक व धक्का- मुक्की भी की गयी. कुछ देर के लिए गेट के बाहर अफरा- तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. पुलिस टीम की मदद से एक – एक करके आत्मदाह की कोशिश करने वाले 10 लोगों को पुलिस टीम ने हिरासत में ले लिया. इसमें लोक चेतना दल के प्रदेश संगठन सचिव धनवंती देवी , पकड़ी जलाल निवासी संजीव झा , आनंद कुमार झा, खलिकपुर गरहा के मो. इस्माइल, रूबी खातून, हुसना खातून, छाजन तुर्की के राजू कुमार, इंदिरा देवी , नेहा कुमारी, करजा रक्सा के नंद किशोर चौधरी शामिल हैं. हिरासत में लिये गये सभी लोगों को नगर थाने पर रखकर पूछताछ की जा रही थी. मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात मुसहरी सीओ महेंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि आत्मदाह की कोशिश करने वाले लोगों को पुलिस टीम की मदद से रोका गया है. उनकी जान की सुरक्षा को लेकर हिरासत में लिया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. लोक चेतना दल के संजीव झा ने बताया है कि तीन मांगों को लेकर वे लोग पिछले 24 दिनों से समाहरणालय में अनशन पर थे. अनशनकारी की तबीयत बिगड़ने के बाद वह अस्पताल में इलाजरत है. इसके बाद भी उनकी मांगों को गंभीरता पूर्वक नहीं सुना गया. इससे आहत होकर सामूहिक आत्मदाह के लिए पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि तुरकी थाना क्षेत्र में हुए गौरव हत्याकांड में अब तक पुलिस एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है. पुलिस कहती है कि आरोपी घर पर आएगा तो बताइगा फिर हम उसके पकड़ेंगे. यही हाल गरहां में हुए शहबाज की हत्या में पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ी है. वहीं, तीसरा मामला पारू थाना क्षेत्र में हुए प्रिंस हत्याकांड में भी पुलिस अब तक एक भी आरोपी को नहीं पकड़ पायी है. तीनों घटना को हुए काफी दिन बीत गये. लेकिन, पुलिस आरोपियों को पकड़ने में दिलचस्पी नहीं ले रही है.
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