Darbhanga News : दरभंगा. डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में आये दिन जूनियर चिकित्सक व परिजनों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इसे लेकर बेहतर माहौल बनाने की कवायद शुरू की गयी है. गुरुवार को दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रकोष्ठ में विभागाध्यक्षों की बैठक हुइ. इसमें आपातकालीन विभाग की चिकित्सा व्यवस्था को लेकर विचार- विमर्श किया गया. चिकित्सक व मरीजों के बीच बेहतर माहौल में चिकित्सा के मद्देनजर प्राचार्य ने कई निर्देश दिये. इमरजेंसी में 24 घंटे वरीय डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा. इसके अनुपालन को लेकर उपाधीक्षक को आपातकालीन विभाग का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया.
चिकित्सकों की उपस्थिति यूनिट इंचार्ज की जिम्मेदारी
कॉलेज प्रशासन का मानना है कि आपातकालीन विभाग में वरीय चिकित्सकों की उपस्थिति होने पर नकारात्मक माहौल से बचा जा सकता है. इसके लिये उन्हें 24 घंटे विभाग में रहना होगा. इस दौरान अनुपस्थित वरीय चिकित्सकों की सूचना उच्चाधिकारियों को देने को कहा गया है, जिससे विभागाध्यक्ष से समन्वय कर प्रतिस्थानी डाक्टर की व्यवस्था की जाय. इसकी जिम्मेदारी यूनिट इंचार्ज को दी गयी है.
अतिरिक्त हॉस्पिटल मैनेजर की होगी बहाली
इमरजेंसी में सुगम इलाज के लिए हॉस्पिटल मैनेजर से समन्वय स्थापित करने को कहा गया है. इसके लिये अधीक्षक को अतिरिक्त हॉस्पिटल मैनेजर बहाल करने के लिए रोगी कल्याण समिति से अनुशंसा करने की बात कही गयी है. इसके अलावा प्राचार्य ने विभाग का टेलीफोन निरंतर चालू रखने का निर्देश दिया है, ताकि मरीज व परिजनों को सहुलियत हो. सुरक्षा के मद्देनजर इमरजेंसी में गार्ड की संख्या बढ़ाने को लेकर विभागीय पहल तेज की जायेगी.
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