Darbhanga News:दरभंगा. बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम के तहत खतियान के कैथी भाषा में होने के कारण आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए प्रतिनियुक्त जिला बंदोबस्त पदाधिकारी, सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो, लिपिक एवं अमीन को प्रशिक्षित किया जाएगा. तीन दिवसीय यह प्रशिक्षण दरभंगा ऑडिटोरियम में होगा. भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे. प्रियदर्शनी के स्तर से जारी पत्र के अनुसार चार पाली में डेढ-डेढ घंटे का प्रशिक्षण 23 से 25 सितंबर के बीच होगा. प्रथम पाली सुबह 10.30 बजे से 12 बजे तक, द्वितीय पाली दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक, तीसरा पाली दोपहर 2.30 बजे से शाम चार बजे तक एवं चौथी पाली शाम चार बजे से 5.30 बजे तक आयोजित है. प्रथम दिन मिथिला प्रक्षेत्र के कैथी लिपि से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा. दूसरे दिन मगध प्रक्षेत्र के कैथी लिपि से संबंधित प्रशिक्षण तथा तीसरे दिन भोजपुरी प्रक्षेत्र से जुड़े कैथी लिपि का प्रशिक्षण दिया जायेगा.बेगूसराय संग्रहालय के अध्यक्ष डॉ शिव कुमार मिश्र ने बताया कि बेगूसराय संग्रहालय में मई माह में कैथी लिपि प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था. उसी समय बिहार सरकार के राजस्व विभाग द्वारा उनकी टीम से संपर्क किया गया था. कार्यक्रम में प्रशिक्षित दोनों प्रशिक्षकों को राज्य सरकार के जमीन संबंधी कर्मचारियों को कैथी लिपि प्रशिक्षण प्रदान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पश्चिमी चंपारण के बाद दरभंगा एवं समस्तीपुर जिले में भी ये कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. प्रीतम कुमार द्वारा तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कैथी लिपि सर्टिफिकेट कोर्स में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है. प्रीतम कुमार, समस्तीपुर जिले के निवासी हैं तथा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी में कैथी लिपि में पी-एचडी कर रहे हैं. बताया कि मैथिली साहित्य संस्थान पटना द्वारा आयोजित कैथी लिपि प्रशिक्षण में प्रशिक्षित वकार अहमद भी प्रशिक्षण प्रदान करेंगे.
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