बड़गड़ थाना अंतर्गत कुटकू (मंडल डैम का डूब क्षेत्र) अंतर्गत बीते दिनों लगातार हुई भारी बारिश से तीन गांव के पानी में डूब जानें की खबर है. हालांकि बारिश कम होने के बाद बुधवार से जल स्तर कम होने लगा है. ग्रामीणों के अनुसार मंडल डैम में भारी बारिश के कारण जल स्तर बढ़ने से कुटकू डूब क्षेत्र अंतर्गत एडमारो, भजना एवं कुटकू के पूर्वी व पश्चिमी टोले में पानी भर गया. इससे गांव के दर्जनों घर धराशायी हो गये. वहीं फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. हालांकि ग्रामीणों की सूझबूझ से किसी जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है. बाढ़ के पानी में डूबने से जिनके मकान ध्वस्त हुए हैं, उन परिवारों के सैकड़ों लोग जंगल में ऊंचे स्थल पर झोपड़ी बनाकर पेड़ के सहारे तिरपाल एवं प्लास्टिक के नीचे रहने को मजबूर हैं. ग्रामीणों से मिली सूचना के अनुसार कुटकू डूब क्षेत्र अंतर्गत एडमारो गांव में लगभग 10 से 11 मकान बाढ़ के पानी में डूब कर ध्वस्त हो गये हैं.
इन ग्रामीणों का घर हुए ध्वस्त : जिन ग्रामीणों के मकान ध्वस्त हुए हैं, उनमें गणेश सिंह, कैलाश सिंह, काशीनाथ सिंह, टोपा उरांव व लखन सिंह सहित अन्य शामिल है. वहीं कुटकू गांव स्थित पूर्व टोला में जिनके मकान बाढ़ के पानी से ध्वस्त हुए हैं, उनमें पूर्वी टोला के ग्रामीण राजेश भुईया, विजेश भुईया, लोधा किसान, संतोष सिंह, लोहा सिंह व सुरेंद्र लकड़ा तथा कुटकू पश्चिम टोला के कर्मा किसान, दीपक मिंज, रामधनी भुईयां, भागीरथी भुईयां, सुरेन्द्र लकड़ा, अमृत सोरेन व विक्रम सिंह के नाम शामिल हैं. डूब क्षेत्र अंतर्गत भजन गांव के सभी घरों में निवास करने वाले लोग बाढ़ के पानी से नष्ट हो गये मकान के कारण बेघर हो गये हैं. जिनके घर ध्वस्त हुए हैं उनमें बोदन यादव, सुरेश किसान, रामराज किसान, बजु किसान, नरेश किसान, विरेन्द्र किसान, देवन भुईयां, मंगरा महतो, मोहन यादव, विनोद यादव व शिवकलिया कुंवर के नाम शामिल हैं.
ग्रामीणों की सूझबूझ से गांव में बड़ी घटना टल गयी तथा जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. दरअसल ग्रामीण गांव में बाढ़ का पानी का जलस्तर बढ़ता देख समय रहते अपने घरों से खाने-पीने की चीजें व अन्य घरेलू सामान बाहर निकाल कर सुरक्षित जगहों पर ले गये. वहीं ग्रामीणों ने अपने सभी पालतू जानवरों को भी जंगलों में खुला छोड़ ऊंचे स्थलों की ओर खदेड़ दिया था. ग्रामीणों के अनुसार कुटकू डूब क्षेत्र अंतर्गत बाढ़ से प्रभावित उपरोक्त तीनों गांव के प्रभावित ग्रामीणों की मदद के लिए प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की जा सकी थी. ग्रामीणों ने बाढ़ के पानी में गांव के डूबने की खबर बड़गड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी को दी है.
प्रभात खबर को फोन कर मदद की गुहार लगायी बाढ़ से प्रभावित ग्रामीणों सहित डूब क्षेत्र अंतर्गत निवास करने वाले खुरा गांव निवासी संदीप तिर्की, अरुण नगेसिया, गोपाल टोप्पो व अरुण साहू आदि ने फोन के माध्यम से प्रभात खबर को सूचना देते हुए मांग की है कि बाढ़ से प्रभावित ग्रामीणों के मदद के लिए स्थानीय प्रशासन जल्द से जल्द पहल करे. सभी बेघर हुए लोगों को तत्काल आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराये तथा गांव में जल्द मेडिकल कैंप लगाकर लोगों का स्वास्थ्य की जांच कराये. वहीं राहत शिविर लगाकर प्रभावित ग्रामीणों को मदद पहुंचाने का आग्रह जिले के उपायुक्त से किया गया है.नुकसान का जायजा लेने कर्मियों को भेजा है : बीडीओ
कूटकू डैम अंतर्गत बाढ़ प्रभावित तीन गांवों में मकान गिरने एवं खेती को भारी मात्रा में नुकसान पहुंचने के संबंध में पूछे जाने पर बड़गड बीडीओ अमित कुमार पासवान ने बताया कि ग्रामीणों के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है. सूचना मिलते ही प्रखंड कर्मियों को भेज कर नुकसान का जायजा लिया जा रहा है. वहीं प्रभावित लोगों को मदद का भी प्रयास किया जा रहा है. तीनों गांव के पानी से घिर जाने के कारण राहत कार्य चलाने में बाधा उत्पन्न हो रही है. नदी का जलस्तर कम होते ही ग्रामीणों की हर संभव मदद की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है