रंका प्रखंड में पिछले दिनों लगातार हुई बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में कई मकान ध्वस्त हो गये हैं. कई घरों में दरारें पड़ गयी है. वहीं कई लोग मकान गिर जाने से बेघर हो चुके हैं. प्रखंड के बिश्रामपुर पंचायत के बसकतटिया निवासी उर्मिला देवी ने बताया कि वे लोग पूरे परिवार वर्षों से कच्चे मकान में रहते आ रहे हैं. आज तक उन लोगों को न तो पीएम आवास मिला, न ही अबुआ आवा. वे लोग मिट्टी के मकान में किसी तरह गुजारा कर रहे थे. लेकिन लगातार तीन दिन तक हुई बारिश ने उन लोगों ता जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया. उनके घर ध्वस्त हो गये हैं. उर्मिला ने बताया कि वे लोग पति शिवशंकर एवं चार छोटे बच्चों के साथ इसी घर में रहते थे. बचे हुए घर की भी स्थिति दयनीय है, पूरे घर में दरार पड़ गयी है. यह कब गिर जायेगा, कोई ठिकाना नहीं है. उनकी रोजी-रोटी का कोई साधन भी नहीं है. परिवार के बड़े बच्चे पलायन कर गये हैं. घर में बूढ़े मां-बाप के साथ वे लोग रह रहे हैं. इसी तरह रीना देवी ने बताया कि उसके दो बच्चे हैं, जो बाहर काम करने चले गये हैं. इधर उसका घर बारिश में गिर चुका है. उसने मुखिया और प्रखंड पदाधिकारी रंका से आकस्मिक निधि से सहायता की मांग की है. इसी तरह रजनी देवी का भी कच्चा घर बारिश में गिर गया है. उसके दो बेटे और तीन बेटियां हैं. बड़ी बेटी शादी के लायक हो चुकी है. अब उनके सामने विकट समस्या उत्पन्न हो गयी है. इसी तरह कामेश्वर भुईयां, प्रमोद भुईयां व बालेश्वर भुईयां सहित कई लोगों का घर गिरने से ईन लोगों के सामने विकट स्थिति हो गयी है. यह सभी लोगों ने पंचायत के मुखिया और रंका बीडीओ से सहायता की गुहार लगायी है.
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