मनियां में 50 दिवसीय प्रशिक्षण में नये-नये डिजाइन बनाने की दी जानकारी
कटोरिया प्रखंड अंतर्गत मानियां गांव में चांदी की मछली निर्माण में जुड़े 30 हस्तशिल्प कारीगरों को डिज़ाइन एवं तकनीक विकास के लिए 50 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण शिविर का आयोजन विकास आयुक्त हस्तशिल्प विभाग वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के अधीन हस्तशिल्प सेवा केंद्र पटना द्वारा किया गया. प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर सह फैशन डिजाइनर सुप्रिया भारद्वाज ने नये-नये डिजाइन बनाने की जानकारी दी. फ्रैंमिंग, शो आइटम, जनरल गिफ्ट आइटम एवं अनेक तरह के नये डिज़ाइन बनाने के बारे में बताया. मास्टर ट्रेनर ने बांका व देवघर के विभिन्न मछली विक्रेताओं, कारीगरों से बाजार एवं डिमांड की जानकारी ली, ताकि बाजार के डिमांड के हिसाब से प्रशिक्षित कारीगरों को प्रोडक्ट तैयार करने के लिए प्रेरित किया जा सके, जिससे कारीगरों की आय बढ़ सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें. सहायक ट्रेनर वेदानंद यादव ने भी कारीगरों को नयी-नयी जानकारी दी. प्रशिक्षण का संचालन स्थानीय स्वयंसेवी संस्था ग्राम नेहरू युवा युवा ट्रस्ट ने किया. संस्था के प्रबंध न्यासी सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि हमारी संस्था हस्तशिल्प कारीगरों के उत्थान एवं सशक्तिकरण को लेकर दृढ़ संकल्पित है. संस्था द्वारा जिले के कई हस्तशिल्प व्यवसाय को चिह्नित किया गया. जैसे बांसकला, मिट्टी कला, चांदी मछली कला, टेराकोटा, ज्वेलरी इत्यादि के विकास एवं सरकारी योजना से जोड़ने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गयी. उन्होंने कहा कि विकास आयुक्त हस्तशिल्प विभाग नई दिल्ली के सहयोग से अगले महीने जमदाहा, बोकनामा, पडमान गांव के 50 बांस कारीगरों को टूलकिट व औजार निःशुल्क दिया जायेगा. प्रशिक्षण में जयकांत यादव, हीरा यादव, मनोज यादव, सुनीता देवी, गुरुदेव यादव, दीनदयाल यादव सहित 30 कारगरों ने भाग लिया.
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