SaharsaNews : सहरसा. गहन सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदर प्रखंड कहरा के दिवारी स्थित प्राचीन मां विषहरा भगवती मंदिर का उद्घाटन किया. वे अपने निर्धारित समय से थोड़ा पूर्व ही मंदिर पहुंचे. वे मंदिर में लगभग 15 मिनट रुकने के बाद अमरपुर के लिए रवाना हो गये. वहां उन्होंने विषहरा महोत्सव के आयोजन को लेकर घोषणा की. उनके साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री संजय झा भी पहुंचे.कहरा प्रखंड क्षेत्र के महंत मिट्ठू दास प्लस टू उच्च विद्यालय में बने हेलीपैड पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री सुरक्षा काफिले के साथ तत्काल दिवारी के लिए रवाना हो गये. मंदिर परिसर में सांसद दिनेश चंद्र यादव, मंत्री रत्नेश सादा, विधायक गुंजेश्वर साह ने अगुवानी की व गुलदस्ता सौंप अभिनंदन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीधे मंदिर के बाहरी चबूतरे पर लगे शिलापट्ट का अनावरण किया. साथ ही गर्भगृह में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना की. इसके बाद मंदिर परिसर में बने कुएं का भी अनावरण कर पोखर को देखा. वहां से निकल मुख्यमंत्री स्वागत के लिए कतारबद्ध गणमान्यों से मिलकर अमरपुर के लिए रवाना हो गये, जहां उन्होंने करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया. मौके पर जिला प्रभारी मंत्री सह भूमि सुधार मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल, विधायक डॉ आलोक रंजन, पूर्व विधायक डॉ अरूण कुमार, जदयू जिलाध्यक्ष चंद्रदेव मुखिया, जदयू वरिष्ठ नेता घनश्याम चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह, लाजवंती झा, जदयू नेता जयप्रकाश यादव, नीतू कुमारी, मुकेश कुमार यादव, रिंकी देवी, प्रो हरिनारायण यादव, प्रदेश महासचिव अमर कुमार चौधरी सहित हजारों की संख्या में एनडीए नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे.
खजुरदेवा चौक व डेंगराही घाट पर हाई लेवल आरसीसी ब्रिज का 415 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
सहरसा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को अमरपुर में जिले की विभिन्न परियोजनाओं के उद्घाटन, शिलान्यास व निरीक्षण किया. उन्होंने भवन निर्माण विभाग द्वारा बनकर तैयार समाहरणालय मीटिंग हॉल का उद्घाटन किया. समाहरणालय परिसर सहरसा स्थित सभागार भवन का निर्माण लगभग 1.98 करोड़ की राशि की लागत से किया जा रहा है. जिसमें लगभग 152 पदाधिकारियों के बैठने की सुविधा उपलब्ध है. इस भवन के प्रथम तल पर एक वेश्म एवं एक कार्यालय हॉल एवं मीटिंग हॉल सभी आधुनिक सुविधा से युक्त है. जिसका उपयोग विभिन्न बैठकों, प्रशिक्षणों, प्रस्तुति सहित प्रशासनिक कार्यों के लिए किया जायेगा. जिले के महिषी प्रखंड में बाढ़ नियंत्रण के लिए जिला आपातकालीन सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया. जिसका लगभग 10 करोड़ रुपये की राशि की लागत से निर्माण किया गया है. इस भवन में एसडीआरएफ की टीम के रहने, प्रशिक्षण व आपदा की परिस्थितियों से निपटने की व्यवस्था है. अग्निशमन से भी संबंधित कार्यों के लिए त्वरित रूप से निपटने की समुचित व्यवस्था की गयी है. पथ प्रमंडल के तहत सहरसा नया बाजार से एनएच 327 ई वाया नरियार पथ कार्य का उद्घाटन किया. लगभग 16 करोड़ की लागत से 6.3 किलोमीटर की लंबाई एवं 5.5 मीटर की चौड़ाई से इस पथ का निर्माण किया गया है. उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, कहरा के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया. उत्क्रमित उच्च विद्यालय का लगभग 197 लाख रुपये की राशि की लागत से विद्यालय का निर्माण किया गया है. जिसमें 320 बच्चों पढ़ने की व्यवस्था है. कंप्यूटर रूम, लैब रूम, गर्ल्स कॉमन रूम एवं बालक एवं बालिका के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था भी उपलब्ध है. उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, बिजलपुर के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया. उच्च विद्यालय का 198.34 लाख राशि की लागत से निर्माण कराया गया है. बिहार सरकार की सात निश्चय दो योजना के तहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना से कहरा प्रखंड के ग्राम पंचायत अमरपुर में सोलर स्ट्रीट लाइट का उद्घाटन किया.सत्तरकटैया प्रखंड के सत्तर पंचायत एवं सौरबाजार प्रखंड के कड़ैया पंचायत के वार्ड 16 में कुल दो सामुदायिक भवन सह वर्कशेड का उद्घाटन किया. जो लगभग 58 लाख की लागत से किया गया है. पशु एवं मत्स्य विभाग के तहत जिला पशुपालन कार्यालय कैंपस में जिलास्तरीय संसाधन एवं प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण कार्य का शिलान्यास किया. लगभग 10.93 करोड़ की राशि की लागत से निर्माण कार्य किया जा रहा है.सुलिंदाबाद गोठ से अमरपुर पथ का शिलान्यास किया. इस पथ की कुल लंबाई 7.43 किलोमीटर एवं प्राक्कलित राशि लगभग 13 करोड़है.पटुआहा एनएच 107 तिलावे पेट्रोल पंप से पटुआहा पीएमजीएसवाई पथ का शिलान्यास किया. इस पथ की कुल लंबाई 1.82 किलोमीटर है एवं इसका प्राक्कलित राशि 1.08 करोड़है.कहराविपेज घनश्याम झा हाउस से बाबा बुलकेश्वर नाथ मंदिर वाया सियाराम महतो हाउस का शिलान्यास किया. इस पथ की कुल लंबाई 0.93 किलोमीटर है. इसका प्राक्कलित राशि 64.63 लाख है. बनगांव मंजूरी खां आर से मोहन ठाकुर के घर होते हुए सीता देवी पोखर वाया लक्ष्मिनिया धार का शिलान्यास किया. इस पथ की कुल लंबाई 1.85 किलोमीटर है. इसका प्राक्कलित राशि 1.10 करोड़है. बनगांव चौक से आरके मिश्रा आईजी के घर होते हुए बाबा जी कुटी तक का शिलान्यास किया. इस पथ की कुल लंबाई 1.36 किलोमीटर है. इसका प्राक्कलित राशि 91.91 लाख है. एसएच से नरियार गोठ का शिलान्यास किया. इस पथ की कुल लंबाई 0.350 किलोमीटर है. इसका प्राक्कलित राशि 25.76 लाख है.एल 84 समदा से धमसैना का शिलान्यास किया. इस पथ की कुल लंबाई 1.742 किलोमीटर है. इसका प्राक्कलित राशि 92.10 लाख है.कहरा प्रखंड दिवारी में पैक्स गोदाम का शिलान्यास किया. राज्य योजना के तहत 72 लाख की लागत से दीवारी प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति लिमिटेड में एक हजार एमटी गोदाम के निर्माण की स्वीकृति सहकारिता विभाग से प्राप्त है. जिला के बलवाहाट थाना भवन का शिलान्यास किया. योजना की प्राक्कलित राशि 460.99 लाख है. वहीं विभिन्न सामुदायिक भवन शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने कोसी नदी के उपरखजुरदेवा चौक एवं डेंगराही घाट पर हाई लेवल आरसीसी ब्रीज निर्माण कार्य का शिलान्यास किया. यह लगभग 415 करोड़रूपये की लागत से की जानी है. यह पुल एनएच 31 एवं एनएच 107 को जोड़ताहै. जिससे खगड़िया से सहरसा की दूरी लगभग 35 किलोमीटर कम हो जायेगी.दियारा क्षेत्र के पंचायतों को सहरसा एवं खगड़िया से सुगम संपर्कता प्राप्त हो जायेगी. जिससे लोगों का जीवन स्तर में सुधार आयेगा एवं सरकार की सभी योजनाओं से जोड़ा जा सकेगा.
पांच साल बाद अमरपुर पहुंचे मुख्यमंत्री
पिछले 2018 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी समीक्षा यात्रा के दौरान अमरपुर का कार्यक्रम तय किया गया था. जिसके तहत प्रशासन द्वारा कई तरह की तैयारी भी पूरी कर ली गयी थी. लेकिन कुछ कारणवश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्यक्रम स्थगित हो गया था. जिसके कारण अमरपुर के लोगों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फिर से आगमन को लेकर उत्सुकता बनी हुई थी. पिछले महीने 26 अगस्त को मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर ग्रामीणों में खुशी थी. लेकिन फिर कार्यक्रम रद्द हो जाने के कारण दोबारा जनप्रतिनिधि, ग्रामीण और कार्यकर्ता में निराशा छा गयी थी. लेकिन 20 सितंबर को मुख्यमंत्री के अमरपुर पहुंचने के बाद अमरपुर के ग्रामीणों का सपना पुरा हुआ.
स्वागत के लिए पहुंचे कार्यकर्ता हुए मायूस
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान हैलीपेड पर स्वागत के लिए पहुंचे कार्यकर्ताओं को मायूस होना पड़ा. दरअसल कार्यक्रम के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए एनडीए के दर्जनों कार्यकर्ता फूलमाला व बुके लेकर तपती धूप में लाइन लगाकर घंटों खड़ेरहे. लेकिन मुख्यमंत्री हाथ जोड़ कर प्रणाम करते हुए अपनी गाड़ी में जाकर बैठ गये. जिसके कारण भाजपा, जदयू, लोजपा, हम के जिला अध्यक्ष सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं को मायूस होना पड़ा. जिसके कारण सभी लोगों ने अपने बुके को मैदान में फेंक दिया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम लोग बहुत उत्साहित होकर मुख्यमंत्री का स्वागत करने आये थे. लेकिन हमलोगों को निराशा हाथ लगी.
अधिकारी और कार्यकर्ताओं को राहत
मुख्यमंत्री के अमरपुर और दिवारी स्थान में आयोजित कार्यक्रम संपन्न होने के बाद जिला के सभी वरीय अधिकारी सहित कार्यकर्ताओं ने चैन की सांस ली. खास कर जिला के वरीय पदाधिकारी सहित पुलिस अधिकारियों को ज्यादा राहत मिली. मालूम हो पिछले 26 अगस्त को मुख्यमंत्री के अमरपुर और दिवारी आगमन को लेकर एक सप्ताह पूर्व से ही तैयारी की जा रही थी. लेकिन मुख्यमंत्री के आगमन से एक दिन पूर्व ही अमरपुर और दिवारी आगमन दौरा रद्द हो जाने के बाद परेशानी उठाने के बाद सभी प्रशासनिक तैयारी धरी की धरी रह गयी थी. फिर से 20 सितंबर को मुख्यमंत्री के अमरपुर और दिवारी आगमन को लेकर जिला के सभी वरीय अधिकारियों को दोबारा मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारी करनी पड़ी. जिसके कारण उन्हें अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा. लेकिन कार्यक्रम को शुक्रवार को सफल कराने के बाद सभी ने चैन की सांस ली.
इंतजार में बैठे लोग सीएम की झलक के लिए तरसे
सहरसा. इधर इंतजार में घंटों से पंडाल में बैठे स्थानीय लोगों सहित बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ता उनकी एक झलक से भी वंचित रह गये. जबकि उनके संबोधन के लिए मंच तैयार किया गया था. लेकिन दूर से ही मुख्यमंत्री वापस हो गये.
दिवारी में रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर दिवारी स्थान मंदिर की कौन कहे, उस रास्ते शुक्रवार की दोपहर तक वीआईपी को भी गुजरना मुश्किल रहा. कदम-कदम पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही. मंदिर के दोनों ओर के रास्ते पर बेरिकेटिंग कर जांच के बाद ही पैदल इंट्री दी गयी. पत्रकारों तक को कोई सुविधा नहीं दी गयी. जहां तक जांच के बाद आम लोग जा सकते थे. वहीं तक इंट्री दी गयी. जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ा. उस रास्ते सुबह से ही वाहनों को जाने आने की पाबंदी लगी रही. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद लगभग 11.30 बजे रास्ते को आम लोगों के लिए खोला गया. जबकि सहरसा-सिमरी बख्तियारपुर को जोड़ने वाली यह मुख्य सड़क है. जिससे लोगों को परेशानी भी झेलनी पड़ी. सुरक्षा में कहीं चूक ना रहे इसको लेकर ड्रॉप गेट सहित मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बलों की तैनाती रही. जिले के लगभग सभी पदाधिकारियों को जगह-जगह तैनात किया गया था. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर अमरपुर हेलिपैड से लेकर दिवारी तक सड़क किनारे लगभग दो सौ जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बलों की तैनाती सुनिश्चित की गयी थी. साथ ही आसपास के क्षेत्रों में निगाह रखने को लेकर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बलों की तैनाती रही. क्षेत्र के 289 जगहों पर तैनाती सुनिश्चित की गयी थी.
पंडाल में बैठे रह गये लोग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिवारी स्थित मां विषहरा भगवती मंदिर उद्घाटन मौके पर स्थानीय लोगों सहित जदयू के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के सभा के इंतजार में घंटों बैठे रहे. लेकिन मुख्यमंत्री मंदिर उद्घाटन के बाद मौजूद गण्यमान से भेंट कर वापस लौट गये. जिससे लोगों को काफी निराशा हुई.वै घंटों बैठकर भी मुख्यमंत्री का एक एक झलक दीदार नहीं कर सके. जबकि पूर्व से लोगों को यह जानकारी थी कि मुख्यमंत्री जदयू कार्यकर्ताओं को संबोधन करेंगे. लेकिन मुख्यमंत्री सीधे वापस हो गये.पंड़ाल में स्थानीय लोगों की भी अच्छी खासी उपस्थित रही. लेकिन मुख्यमंत्री के सीधे वापस होने से लोग निराश दिखे.पंड़ाल में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रही. लेकिन मुख्यमंत्री का कारवां बिना किसी संबोधन के वापस अमरपुर लौट गया. मुख्यमंत्री का दीवारी मंदिर में कार्यक्रम काफी संक्षिप्त रहा. लगभग 15 मिनट मंदिर व परिसर में रुकने के बाद मुख्यमंत्री वापस अमरपुर के लिए रवाना हो गये. अमरपुर में मुख्यमंत्री ने विभिन्न लगभग 24 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया.
सांसद की मांग पर विषहरा महोत्सव की मुख्यमंत्री ने की घोषणा
सहरसा. दिवारी स्थान स्थित प्राचीन मां विषहरा भगवती मंदिर का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. स्थानीय सांसद दिनेश चंद्र यादव का यह ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक रहा है. इसके उद्घाटन के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सांसद ने अगुवानी की. वहीं मंदिर के समग्र विकास के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से चार मांगों से संबंधित ज्ञापन भी दिया. उन्होंने पर्यटन विभाग से विषहरा महोत्सव, मंदिर परिसर की 6 एकड़ भूमि में चहारदीवारी निर्माण, धर्मशाला प्रवचन हॉल निर्माण, सहरसा-सोनबरसा कचहरी आरसीडी पथ के चौड़ीकरण की मांग रखी. इसे लेकर मुख्यमंत्री ने अमरपुर में विषहरा महोत्सव की घोषणा की. अब प्रत्येक वर्ष पर्यटन विभाग की ओर से विषहरा महोत्सव का आयोजन किया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने अमरपुर में जिले को विभिन्न योजनाओं की दी सौगात
कहरा. सदर प्रखंड क्षेत्र के दिवारी स्थान स्थित प्राचीन मां विषहरा भगवती मंदिर उद्घाटन को पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमरपुर में विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अमरपुर स्थित महंत मिट्ठू दास प्लस टू विद्यालय में जीविका, स्वास्थ्य, शिक्षा, मद्य निषेध, मत्स्य, पशुपालन, राजस्व, कृषि, उद्योग, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, समेकित बाल विकास योजना एवं सुधा काॅम्फेड की तरफ से अलग-अलग स्टालों का निरीक्षण किया. मौजूद अधिकारियों एवं कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया. इस दौरान ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जल जीवन हरियाली के तहत अमरपुर तालाब की उड़ाही करा मत्स्य पालन के लिए पोखर में मछली डालकर उद्घाटन किया. परिवहन स्वरोजगार योजना के तहत सौरबाजार निवासी संदीप कुमार मिश्रा को पांच लाख के अनुदान पर एक यात्री बस एवं सोनवर्षा प्रखंड के अतलखा निवासी चमन झा को कृषि विकास द्वारा चयनित किसान को चार लाख के अनुदान पर ट्रैक्टर का वितरण भी किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमरपुर के महंत मिट्ठू दास उच्च विद्यालय खेल मैदान में जिले में विद्यालय भवन, सड़क, पैक्स गोदाम सामुदायिक भवन सह वर्कशेड सहित अन्य विभागों द्वारा 16 निर्माण कार्य का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इसके अलावा पुलिस व्यवस्था के सुधार कार्यक्रम के तहत चार करोड़ 67 लाख की राशि से बलवा हाट माॅडल थाना भवन निर्माण का शिलान्यास किया एवं 1738 जीविका संपोषित स्वयं सहायता समूह के लिए 62 करोड़ 43 लाख की राशि भुगतान का चेक दिया.
जीविका ने लगायी तीन प्रमुख योजनाओं की प्रदर्शनी
सहरसा. जिले के दौरे पर आये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीविका के स्टाॅलों का निरीक्षण किया व आर्थिक सहायता वितरण किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दौरे के दौरान जीविका द्वारा तीन प्रमुख योजनाओं की प्रदर्शनी लगायी गयी थी. मुख्यमंत्री ने जीविका स्टाॅलों का निरीक्षण किया एवं वहां मौजूद जीविका दीदी रीता देवी ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत जीविका दीदियों के लिए एक करोड़ बारह लाख सत्तावन हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की. इसके बाद बासठ करोड़ तैंतालीस लाख की राशि बैंकों द्वारा समर्थित स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जीविका दीदियों को दी गयी. साथ ही पशुपालकों को पांच करोड़ सत्तासी लाख तीन हजार छह सौ सत्ताईस की सहायता भी मुख्यमंत्री द्वारा सौंपी गयी. इस अवसर पर तीन प्रमुख योजनाओं के स्टॉल लगायेगये. पहला स्टाॅल सतत जीविकोपार्जन योजना का था. दूसरा स्टॉल कौशिकी महिला मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा एवं तीसरा स्टाॅलसहरसा जीविका वूमेन प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने प्रस्तुत किया.