प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सीडीपीओ कार्यालय के सामने पुराना खराब मोबाइल से कार्य नहीं करने का आरोप लगाकर पैसा के कटौती को लेकर सेविकाओं ने प्रदर्शन किया. सेविकाओं मानदेय में कटौती करने के खिलाफ सीडीपीओ कार्यालय पहुंचकर बाइल जमा करने पहुंच गयी, लेकिन उपस्थित एलएस एवं कार्यालय कर्मी ने शनिवार को डीपीओ, सीडीपीओ को ही मोबाइल जमा करने की बात कही.
इस बाबत प्रखंड अध्यक्ष विभा कुमारी ने बताया कि सीडीपीओ कार्यालय के द्वारा बार-बार सेविकाओं को जानबूझकर प्रताड़ित करने का षड्यंत्र रचा जाता है. इतना कम मानदेय में भी गर्मी में सेविका काम करती है. ऊपर से एलएस द्वारा प्रताड़ित किया जाता है. पोषण ट्रेकर के लिए 2019 में जो मोबाइल दिया गया. उसका लाइफ दो साल ही था. उस मोबाइल पर काम नहीं होता है. सीडीपीओ के कहने पर पति या पुत्र के मोबाइल से काम करते हैं. फिर भी पैसा काट लिया जाता है. सेविकाओं ने शिकायत और मांग रखते हुए कहा कि माह अगस्त का कार्यालय द्वारा बहुत सेविका मानदेय काटा गया. विभाग से मोबाईल 2019 में दिया गया, जो कि सभी सेविका का बहुत पहले खराब हो चुका है और पदाधिकारी द्वारा दवाब दिया जाता है पति के मोबाइल बच्चे का मोबाइल से काम किजिए, लेकिन मोबाइल रिचार्ज समय पर नहीं दिया जाता है और दिया भी जाता है. कार्यालय के द्वारा बिना ट्रेनिंग का मैसेज द्वारा काम कराया जाता है. प्रत्येक माह पदाधिकारी द्वारा मासिक बैठक नहीं किया जाता है. जिससे सेविका को काम करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. चावल उठाव एफसीआई गोदम से प्रति बोड़ा 20 रुपया लिया जाता है. इसलिए सभी सेविका के केंद्र पर चावल रिसीव करवाया जाय.सेविका को अपने से चार से छह बजे तक गोदम पर से ले जाने में कठिनाई होती है. अभी सेविका को एचपी गैस कनेक्सन कर दिया गया. लेकिन सेविका को गैस एजेंसी से खुद से डिलिवरी लिया जाता है. जो कि सेविका को आगनबाड़ी केंद्र पर गैस सिलेंडर डिलेवरी दिया जाय.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है