मांझी. प्रखंड के इमादपुर के समीप शुक्रवार की सुबह दाहा नदी का रिंग बांध टूट जाने से इमादपुर बीन टोलियां गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. लगभग एक हजार की आबादी वाले उक्त गांव के लोग अपने अपने घरों से सामान तथा पालतू मवेशियों को लेकर बांध पर अथवा ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. कई परिवार के लोग अपने अपने घर की छतों पर शरण लिए हुए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार की रात दो बजे अचानक रिंग बांध ध्वस्त हो गया तथा गांव में बाढ़ का पानी भर गया. इस दौरान गांव में अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. अचानक आयी बाढ़ से देखते ही देखते सैकड़ों एकड़ भूमि में लगी खड़ी फसल डूब गयी. चेंफुल पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अजित कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार की शाम बांध के नीचे बने चूहों के बिल से बाढ़ के पानी से हो रहे रिसाव को रोकने का भरपूर प्रयास किया गया. लेकिन देर रात्रि आखिरकार रिंग बांध टूट ही गया. रिंग बांध टूटने की खबर पाकर पहुंचे मांझी के सीओ सौरभ अभिषेक तथा बीडीओ रंजीत सिंह ने ग्रामीणों के आवगमन के लिए दो नौका तथा खाने-पीने के साथ-साथ तिरपाल आदि की त्वरित व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया. मौके पर वार्ड सदस्य वाजिद अंसारी, मनोज प्रसाद, सोहन प्रसाद, विद्या प्रसाद आदि कई अन्य लोग भी मौजूद थे. उधर रिविलगंज प्रखंड के इनई गांव के समीप स्थित सलुइश गेट के बगल में ध्वस्त हुए बांध से गिर रहे पानी से सोंधी नदी में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मांझी से कोपा को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर मरहा के समीप निर्माणाधीन सड़क पुल के डायवर्सन के ऊपर दो फुट पानी बह रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि चटाकी बाबा स्थान के समीप रिंग बांध से तेजी से रिसाव हो रहा है तथा पानी के बढ़ते दबाव से यह बांध कभी भी ध्वस्त हो सकता है तथा बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकता है. उधर प्रखंड क्षेत्र के अलग अलग गांवों में बाढ़ के पानी से फसलों के नष्ट होने का सिलसिला जारी है. इस बीच मांझी सिसवन सड़क पर दाहा के ऊपर बने पुराने सड़क पुल के तीन फुट ऊपर से पानी बह रहा है तथा डेढ़ दशक पूर्व बने नये किंतु क्षतिग्रस्त सड़क पुल के ध्वस्त होने का खतरा मंडरा रहा है.
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