वरीय संवाददाता, रांची़ बड़गाईं अंचल कार्यालय के जमीन से जुड़े दस्तावेज में छेड़छाड़ और भ्रष्टाचार के केस में अप्राथमिकी अभियुक्त हजारीबाग एसडीओ शैलेश कुमार और नोवामुंडी सीओ मनोज कुमार की संपत्ति की जांच एसीबी ने शुरू कर दी है. जांच के क्रम में नोटिस भेजकर एसीबी ने दोनों अधिकारियों से पूछताछ की है. पूछताछ में दोनों अधिकारियों ने अपने और अपने परिवार की संपत्ति को वैद्य बताया है. संपत्ति खरीदने के लिए बैंक से लोन लेने सहित अन्य बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी है. हालांकि एसीबी की ओर से दोनों अधिकारियों से संपत्ति और इसकी खरीदारी को लेकर विस्तार से ब्योरा मांगा गया है. इसके बाद दोनों अधिकारियों ने पूरी संपत्ति के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए समय की मांग की है. एसीबी के अधिकारी आवश्यकता के अनुसार जांच के दौरान दोनों अधिकारियों को फिर से नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुला सकते हैं. उल्लेखनीय है कि एसीबी की टीम ने दोनों अधिकारियों के रांची, गिरिडीह और चाईबासा स्थित निजी आवास के अलावा सरकारी आवास और सरकारी कार्यालय में छापेमारी की थी. 13 सितंबर को दोनों अधिकारियों की अन्य संपत्तियों के बारे में पता चलने पर एसीबी ने वहां भी छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान शैलेश कुमार के गिरिडीह और हजारीबाग स्थित आवास से एसीबी ने कुल 22,09,162 रुपये बरामद किये हैं. इसके अलावा जमीन के कई डीड और अन्य सामान बरामद किये हैं. वहीं दूसरी ओर मनोज कुमार के आवास की तलाशी के दौरान जमीन से जुड़े दस्तावेज और अन्य सामान मिले हैं. इसके अलावा रांची में एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के एक डुप्लेक्स का पेपर बरामद किया है. इसके बाद एसीबी के अधिकारी इन दस्तावेज की जांच कर रहे थे.
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