रांची. एचइसी के सप्लाई कर्मियों ने शुक्रवार को मुख्यालय के समक्ष प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की और पुरानी शर्तों पर प्लांटों में प्रवेश कराने की मांग की. सप्लाई कर्मियों का कहना था कि प्रबंधन सितंबर 2023 से ठगने का कार्य कर रहा है. जब तक सप्लाई कर्मी प्लांटों व मुख्यालय में प्रवेश नहीं करेंगे, तब तक किसी को प्रवेश करने नहीं दिया जायेगा.
झूठा आश्वासन दे रहा है प्रबंधन
मनोज पाठक ने कहा कि प्रबंधन एक वर्ष से ठेकेदार की नियुक्ति का झूठा आश्वासन दे रहा है. वहीं, दूसरी ओर कह रहा कि सप्लाईकर्मी एचइसी की रीढ़ हैं. प्रबंधन अगर सही मायने में सप्लाई कर्मियों को प्लांटों में प्रवेश कराना चाहता है, तो पुरानी शर्तों पर कराये. मौके पर वाई त्रिपाठी, रंथू लोहरा, प्रमोद कुमार, शारदा देवी, शहनाज अंसारी व विजय साहू आदि मौजूद थे.
फ्रीज खाते को चालू कराने में रुचि नहीं ले रहा प्रबंधन
बताया गया कि गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे एचइसी के बैंक खाते को 31 अगस्त को अदालत के आदेश के बाद फ्रीज कर दिया गया. यह कार्रवाई यूपी के मुजफ्फरनगर की कंपनी दयाचंद इंजीनियरिंग इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड के साथ भुगतान से जुड़े विवाद के चलते की गयी. इधर, एचइसी के अधिकारियों का कहना है कि एचइसी के बैंक खाता में लगभग 20 करोड़ रुपये है, लेकिन प्रबंधन 20 दिन गुजर जाने के बाद भी फ्रीज खाता को फिर से चालू कराने के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इससे एचइसी में कामकाज पूरी तरह से ठप पड़ा है. वहीं, कर्मियों का वेतन 25 माह का बकाया हो गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है