बगोदर प्रखंड के हेसला पंचायत में कई महिलाओं ने मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लाभ नहीं मिलने को लेकर गिरिडीह डीसी को आवेदन दिया है. आवेदन में कहा गया है कि ग्राम पंचायत हेसला में मंईयां सम्मान योजना में किए गए लगभग 400 आवेदनों को पंचायत सचिव ने 19 सितंबर तक पंचायत सचिव अपने डोंगल से अग्रसारित नहीं किया. इससे इस योजना का लाभ महिलाओं को नहीं मिल पाया है. इसे लेकर महिलाओं ने डीसी से गुहार लगाते हुए इसकी जांच कर योजना का लाभ दिलाने की मांग की है. पंचायत सचिव व मुखिया की मिलीभगत से सरकारी योजना का लाभ बगैर ग्राम सभा किये आयोग्य लाभुक का चयन किया गया है. आवेदन में कहा गया है कि 12 आयोग्य लाभुकों का भी चयन किया गया है. वहीं योग्य लाभुक को इससे वंचित रखा गया है. साथ ही पंचायत सचिव और मुखिया द्वारा गिने चुने वार्ड सदस्य को बुलाकर सभा को संचालित करते है और पंचायत समिति सदस्य को इसकी सूचना तक नहीं दी जाती है. इस मामले में पंचायत सचिव काजल कुमारी ने कहा कि सभी आरोप निराधार है. इसकी जांच भी की जा सकती है. वहीं मुखिया रामचंद्र यादव ने कहा कि मंईयां सम्मान योजना में कुल पंचायत से 1133 आवेदन प्राप्त हुआ है जिसमें 1115 आवेदन 15 सितम्बर से पहले स्वीकृत हुई है. वहीं प्रधानमंत्री आवास भी योग्य लाभुक को ही दिया गया है. आवेदन में पंचायत समिति सदस्य शिफा एहसान, महेश राम, रेबून खातून, सदीकुन निशा समेत अन्य का हस्ताक्षर हैं. आवेदन की प्रतिलिपि बगोदर- सरिया अनुमंडल पदाधिकारी, बगोदर बीडीओ को भी दिया गया है.
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