चार दिनों से पानी में रहने के कारण वीभत्स हो चुका है शव, मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम कराने से किया इंकार गोड्डा. हनवारा थाना क्षेत्र के विश्वासखानी के गेरुआ नदी में डूबे 14 वर्षीय किशोर रूपेश के शव का पोस्टमार्टम गोड्डा सदर अस्पताल में नहीं किया जा सका. शव को हालांकि शुक्रवार की देर शाम ही गोड्डा सदर अस्पताल लाया गया था. पर शव चार दिन पानी में रहने के बाद पुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया था. ऐसे में जब शनिवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम कराया जाने लगा तो मेडिकल बोर्ड के चिकित्सकों ने इंकार कर दिया. चिकित्सकों का कहना हुआ कि शव की हालत खराब हो गयी है. क्षत-विक्षत हो गया हैं. ऐसे में इसका सैंपल भी रख पाना मुश्किल हो जायेगा. इसलिए बेहतर तरीके से पोस्टमार्टम के लिए दुमका मेडिकल कालेज भेजे जाने की अनुशंसा की गयी. इस पर ही परिजन आक्रोशित हो गये. सदर अस्पताल परिसर में हो-हंगामा करने लगे. बालक के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है. ऐसे में हमलोग परिजन हैं. शव को दुमका ले जाने की हालत में नही हैं. शव को उनलोगों के द्वारा यहीं पर पोस्टमार्टम कराये जाने की मांग की गयी. इसको लेकर अस्पताल प्रबंधन की ओर से समझाने का प्रयास किया गया. लेकिन नहीं माने. शाम तक शव का पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका था. मालूम हो कि 14 वर्षीय रूपेश कुमार बुधवार को दो दोस्तों के साथ गेरुवा नदी में नहाने गया था. इसी क्रम में वह नदी में डूब गया था. लोगों ने शव को काफी तलाशने की कोशिश की. पर उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी. इसके बाद देवघर से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. तब जाकर रूपेश का शव मिल पाया था. हंगामा होता देख कर हनवारा पुलिस भी वहां से खिसक गयी. कोट सदर अस्पताल में वीभत्स शव का पोस्टमार्टम कराने की व्यवस्था नहीं है. इसलिए मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम करने से इंनकार कर दिया. ऐसे शव को दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल भेजा जाता है. परिजनों को समझा कर मामला शांत कराने का प्रयास किया गया है. डाॅ अरविंद कुमार, डीएस
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