Jharsuguda News: संबलपुर के रेंगाली ब्लॉक अंतर्गत खिंडा माइंस के मुख्य द्वार पर स्थानीय निवासियों ने शनिवार को आंदोलन किया. वे भूमिहीन को कंपनी में नौकरी देने, जमीन की सही कीमत देने और प्रदूषण की समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं. स्थानीय लोगों के इस आंदोलन के कारण खिंडा माइंस में करोड़ों रुपये का नुकसान होने की सूचना है. इस आंदोलन में खिंडा माइंस के मुख्य गेट के सामने झारसुगुड़ा ब्लॉक की दो पंचायतों और संबलपुर की खिंडा पंचायत के लोगों ने आंदोलन करते हुए उनकी जो जमीन माइंस के लिए ली गयी है, उसकी कम कीमत नहीं देने का आरोप लगाया. कहा कि संबलपुर और झारसुगुड़ा क्षेत्र के लोग कोयला खदानों के कारण प्रदूषण से पीड़ित हैं. शनिवार की सुबह झारसुगुड़ा की पूर्व विधायक दीपाली दास के नेतृत्व में एक जन आंदोलन शुरू किया गया. इसमें झारसुगुड़ा ब्लॉक चेयरपर्सन चित्रेनी पटेल, जिला परिषद सदस्य दाखंबरी भोई, यदापाली सरपंच खगेश्वर नायक, मालदा सरपंच रिंकी सिंह, दामोदर नाथ, मकरध्वज प्रधान, परीक्षित सेठ, सरोज साहू, राधावल्लभ सिंह, पल्लव सिंह, रिंकू प्रधान, प्रफुल्ल पात्र समेत अन्य शामिल थे.
ग्रामीणों व विस्थापितों की मांगें पूरी नहीं हुईं, तो होगा जन आंदोलन : दीपाली दास
इस आंदोलन में पूर्व विधायक दीपाली दास ने माइंस प्रबंधन को सीधी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से माइंस के लिए ली गयी जमीन की उचित कीमत बाजार मूल्य के मुताबिक प्रदान करें, साथ ही जमीन गंवाने वाले प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को माइंस में स्थायी नौकरी प्रदान की जाये और माइंस से होने वाले प्रदूषण पर अंकुश लगाया जाये. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर गांव वालों व क्षतिग्रस्त लोगों की मांग पूरी नहीं की गयी, तो आगामी दिनों में यह आंदोलन विराट रूप लेगा. इसकी सारी जिम्मेदारी माइंस प्रबंधन की होगी.
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