रांची. हर किसी को काम करने का मौका मिलता है. इसे करके दिखाना चाहिए. हमेशा पॉजिटिव सोच लेकर चलें, दोबारा मौका नहीं मिलेगा. वर्क कल्चर भी बदलने की जरूरत है. उक्त बातें केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने शनिवार को चेंबर भवन में कही. श्री सेठ झारखंड चेंबर की 60वीं वार्षिक आमसभा में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि झारखंड के 24 साल होने जा रहे हैं. लेकिन, आज रायपुर कहां है और रांची कहां है. कहीं न कहीं कोई गैप है.
सहयोग नहीं कर रही राज्य सरकार : सेठ
श्री सेठ ने कहा कि सांसद, मंत्री, विधायक या अधिकारियों को एक तराजू में न तौलें. कई प्रयास किये, लेकिन राज्य सरकार सहयोग नहीं रही है. बड़गाईं में सीवरेज प्लांट बन कर तैयार है, लेकिन इसे चालू नहीं किया गया है. इसी तरह कई काम हैं, जिसमें राज्य सरकार सहयोग नहीं कर रही है.
इंटरनेट बंद करना अनुचित
श्री सेठ ने कहा कि झारखंड में परीक्षा के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी. इस कारण सभी को परेशानी हुई. कश्मीर में इंटरनेट बंद किया गया था, तो बड़ी आलोचना होती थी. जबकि, पत्थरबाजों को रोकने के लिए ऐसा किया जाता था. आज वे गायब हो गये. झारखंड में इंटरनेट बंद करना पूरी तरह से अनुचित है.
केंद्र के पास राज्य सरकार का है बकाया : महुआ
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने कहा कि बिल्डिंग रेगुलाइजेशन बिल अंतिम चरण में पहुंच गया है. कोयले की रॉयल्टी के रूप में केंद्र सरकार के पास राज्य सरकार का 1,36,000 करोड़ रुपये बकाया है. यह मिल जाता, तो इंडस्ट्री बढ़ती. वहीं, पूर्व सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि नीतिगत निर्णयों पर चेंबर को पहल करनी चाहिए.
भाषण के दौरान भावुक हुए चेंबर अध्यक्ष
झारखंड चेंबर के अध्यक्ष किशोर मंत्री अपने भाषण के दौरान थोड़ी देर के लिए भावुक हो गये. बाद में उन्होंने कहा कि अपने दो वर्षों के कार्यकाल में हमने सरकार और ब्यूरोक्रेट्स के बीच फेडरेशन के प्रति एक सकारात्मक मोमेंटम बनाया है, जिसके सार्थक परिणाम आये हैं. कोषाध्यक्ष ज्योति कुमारी ने चेंबर के सत्र 2023-24 के बैलेंस शीट और आय-व्यय की रिपोर्ट पेश की. वहीं, आमसभा द्वारा सर्वसम्मति से चेंबर के ऑडिटर की नियुक्ति की गयी. इस दौरान मेसर्स जेएन अग्रवाल एंड कंपनी को पुनः एक वर्ष के लिए चेंबर का ऑडिटर नियुक्त किया गया. झारखंड चेंबर के पूर्व अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि संजय सेठ और महुआ माजी जैसे सांसद होने चाहिए. जब भी जरूरत होती है, दोनों उपलब्ध रहते हैं. अन्य जिलों के व्यापारियों को भी देखना चाहिए कि वहां के जनप्रतिनिधि भी उन्हें तवज्जो दें.
एजीएम में बोलने दिया जाये
आमसभा में थोड़ी देर के लिए माहौल गर्म हो गया था. सुनील ने कहा कि पत्र भेजने पर जवाब नहीं दिया जाता है. एजीएम में बोलने दिया जाये. आलोक मल्लिक ने कहा कि टीम बना कर चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगायी जानी चाहिए. मौके पर चेंबर महासचिव परेश गट्टानी, उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, राहुल साबू, शैलेश अग्रवाल, अमित शर्मा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल, अमित साहू, नितिन प्रकाश, अमित माहेश्वरी, संजय अखौरी, मुकेश अग्रवाल, नवजोत अलंग, पूर्व अध्यक्ष केके पोद्दार, आरके सरावगी, बिकास सिंह, सज्जन सर्राफ, अरुण बुधिया, मनोज नरेडी, रंजीत टिबड़ेवाल, धीरज तनेजा, प्रवीण जैन छाबड़ा आदि उपस्थित थे.
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