23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Muzaffarpur News: एक किलो आलू-प्याज के भाव में मिल रही पांच किलो हरी सब्जी, साग भी हुआ महंगा

Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर की सब्जी मंडियों में इन दिनों आलू-प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ रही है. वहीं हरी सब्जियां सस्ती हो गई हैं. इन कीमतों की वजह से लोग अब आलू-प्याज की जगह हरी सब्जियां ज्यादा मात्रा में खरीद रहे हैं.

Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर की सब्जी मंडी में एक किलो आलू-प्याज के भाव में पांच किलो हरी सब्जी मिल रही है. इन दिनों हरी सब्जियां सस्ती है और आलू-प्याज के भाव रोज चढ़ रहे हैं. सब्जी मंडी में प्याज 56 से 60 रुपए किलो बिक रहे हैं तो आलू 35 रुपए, जबकि हरी सब्जियों की औसत कीमत 20 से 30 रुपए है. बाजार में भिंडी की कीमत 15 से 20 रुपए, नेनुआ 20 रुपए, पड़वल 40 रुपए, कद्दू 25 रुपए और बैगन 25 रुपए है. अधिकतर लोग आलू की जगह अब हरी सब्जियां अधिक मात्रा में खरीद रहे हैं.

बिक्री बढ़ी पर मुनाफा हुआ कम

आलू-प्याज कारोबारी का कहना है कि भाव चढ़ने से बिक्री पर असर पड़ा है. पहले रोज 30 से 40 पसेरी प्याज बेचते थे. अब 20 से 25 पसेरी ही प्याज की खपत होती है. भाव का असर बाजार पर दिख रहा है. नयी बाजार के हरी सब्जी विक्रेता रामपुकार सहनी ने बताया कि सब्जियों की बिक्री तो बढ़ गयी है, लेकिन भाव कम होने से मुनाफा भी कम हो रहा है. दोपहर बाद से बची हुई सब्जियों को फिर वापस ले जाने में भाड़ा में अधिक खर्च हो जाता है. इस कारण खरीद दर पर ही सब्जी बेच देते हैं.

जीवित्पुत्रिका व्रत के लिए 50 रुपए बिक रहा नेनुआ का साग

जीवित्पुत्रिका व्रत 25 को मनाया जाएगा. व्रती इसके लिए 24 को नहाय खाय करेंगी. इस दिन नेनुआ का साग खाने की परंपरा है. बाजार में इसकी मांग अभी से तेज हो गयी है. सब्जी मंडी में 40 से 50 रुपए किलो नेनुआ का साग बिक रहा है. इसके अलावा केड़ाव और मरुआ के आटे की बिक्री में भी तेजी है. बाजार में पोए के साग की भी डिमांड बढ़ी है. हालांकि अभी इसकी आवक कम है. सोमवार से इसकी अच्छी बिक्री होगी.

इसे भी पढ़ें: Bihar News: मुजफ्फरपुर में 177 करोड़ की योजना फ्लॉप! लेक फ्रंट पर सौंदर्यीकरण के साथ ही टूटने लगीं कुर्सियां

25 को है जीवित्पुत्रिक व्रत

किराना दुकानदार राम कुमार ने बताया कि जीवित्पुत्रिका व्रत के कारण खरीदारी में तेजी है. मरुआ का आटा 75 रुपए किलो बिक रहा है. व्रती इसकी खरीदारी कर रही हैं. बनारसी पंचाग के अनुसार जीवित्पुत्रिक व्रत 25 को है, लेकिन मिथिला के पंचाग के अनुसार यह व्रत 24 को मनाया जाएगा. दो दिन त्योहार होने के कारण दो दिन इसकी अच्छी बिक्री होगी.

इस वीडियो को भी देखें: गया में श्राद्ध क्यों है सबसे पवित्र

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें