दरभंगा.
डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग की चिकित्सा व्यवस्था देर रात करीब 1.25 घंटे तक प्रभावित रही. बताया गया कि चिकित्सा कार्य से जुड़े जूनियर डॉक्टर कार्य छोड़ कर चले गये थे. दूसरी ओर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का कहना है कि बीती रात कुछ अफवाह हो गयी थी. इस कारण कुछ देर के लिये समस्या हुई, लेकिन चिकित्सा व्यवस्था में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं हुआ. विदित हो कि बीते मंगलवार को आपातकालीन विभाग में चिकित्सक व परिजनों के बीच मारपीट हुई थी, जिसमें पीजी छात्रों ने परिसर स्थित बेता थाना के कैदी वार्ड में घुसकर परिजन की पिटाई की थी. इस कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया था. इधर, मामले में पुलिस ने 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. इस संबंध में जेडीए के प्रेसिडेंट डॉ घनश्याम ठाकुर ने बताया कि बीती रात आपातकालीन विभाग के चिकित्सा व्यवस्था में किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई. मंगलवार की घटना को लेकर जूनियर छात्र पुलिस के अनुसंधान में सहयोग कर रहे हैं.पूछताछ के लिए जूनियर चिकित्सक को ले गयी पुलिस, थाना पर पहुंचे दर्जनों छात्र
दरभंगा. जू
नियर चिकित्सक व एक मरीज के परिजन के बीच मारपीट वाले मामले में पुलिस ने एक जूनियर चिकित्सक से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान दर्जनों जूनियर चिकित्सक थाना पर पहुंच गये. बताया जाता है कि जूनियर चिकित्सकों के साथ डीएमसीएच के कुछ अधिकारी भी गये थे. वहां पुलिस अधिकारी व डीएमसीएच प्रशासन के बीच बात हुई. जानकारी के अनुसार एक जूनियर चिकित्सक को पुलिस की टीम पूछताछ के लिए ले गयी थी. हालांकि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी पहचान नहीं हो सकी. इस वजह से पुलिस ने उसे छोड़ दिया. मामले को लेकर चिकित्सकों में काफी नाराजगी थी. इस संबंध में पूछने पर एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया था. पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में वेरिफाई करने का निर्देश दिया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है