वरीय संवाददाता, रांची़ जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) रांची के बैनर तले रविवार को हेसाग स्थित अपना घर, ओल्ड-एज-होम में वृद्धजनों के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर अटल क्लिनिक का उदघाटन झारखंड हाइकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस (एसीजे) सुजीत नारायण प्रसाद ने किया. उन्होंने कहा कि सभी वृद्ध माता-पिता हमारे अभिभावक हैं, लाभ पाना उनका हक है. उन्हाेंने वृद्ध जनों को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग वृद्ध माता-पिता का सेवा कर रहे हैं, उनका कार्य सराहनीय है. माता-पिता हजारों दुख सहकर अपने बच्चों को काबिल बनाते हैं. वहीं बच्चे बड़े होकर माता-पिता को वृद्धाश्रम में छोड़ देते हैं. यह गलत है. इस दौरान न्यायमूर्ति सुजीत नारायण भावुक हो गये और कहा कि जो बच्चे अपने माता-पिता को वृद्ध होने पर वृद्धा आश्रम में छोड़ते हैं, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करते. माता-पिता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है. अटल क्लिनिक के उदघाटन के बाद उन्होंने कहा कि इस क्लिनिक का उद्देश्य है ओल्ड एज होम में रह रहे वृद्ध माता-पिता को दवा व इलाज मुहैया कराना. जागरूकता कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए झालसा की सदस्य सचिव कुमारी रंजना अस्थाना ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम पूरे राज्य में वृद्धजनों को समर्पित है. इसके पूर्व स्वागत भाषण न्यायायुक्त सह डालसा अध्यक्ष दिवाकर पांडे ने किया. जबकि धन्यवाद ज्ञापन जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरभि सिंह ने दिया. इस दाैरान उर्सुलाइन स्कूल की छात्राओं ने स्वागत गीत से अतिथियों का स्वागत किया. मौके पर उपायुक्त राहुल सिन्हा, एसएसपी चंदन सिन्हा, सिविल सर्जन प्रभात कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरभि सिंह, उप सचिव झालसा अभिषेक कुमार, हाइकोर्ट के प्रोटोकॉल अफसर राकेश रंजन, डालसा सचिव कमलेश बेहरा, सिविल कोर्ट के प्रभारी निबंधक अशोक कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी एकता सक्सेना व अन्य मौजूद थे.
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