बांकुड़ा.
मनरेगा का काम शुरू करने और उसे 200 दिनों का करने व दैनिक वेतन 600 रुपये करने समेत अन्य मांगों को लेकर बांकुड़ा डीएम को ज्ञापन सौंपा गया. इससे पहले अखिल भारतीय कृषि एवं ग्रामीण मजदूर संघ, आदिवासी अधिकार और विकास मंच समेत कई संगठनों के नेतृत्व में 500 से ज्यादा लोगों की उपस्थिति में बांकुड़ा स्टेशन से जुलूस निकाला गया. जुलूस डीएम कार्यालय की ओर गया. हालांकि पुलिस ने जुलूस को डीएम कार्यालय परिसर के बाहर ही रोक दिया. जिसका संगठन के लोगों ने विरोध जताया. उनका कहना था कि राज्य में 100 दिनों का कामकाज बंद कर दिया गया है. केंद्र को यह काम सभी जिलों में तुरंत शुरू करना चाहिए. इसे बढ़ाकर वर्ष में 200 दिन का किया जाना चाहिए. दैनिक वेतन भी 600 रुपये किया जाना चाहिए. संगठन के लोगो का आरोप था कि तृणमूल सरकार ने लोकसभा चुनाव के दौरान 50 दिनों का काम देने का वादा किया था. लेकिन वह नहीं हुआ. अन्य राज्यों में बंगाल के श्रमिकों पर अत्याचार हो रहा है. जिले में 2006 के कानून के मुताबिक आदिवासियों को उस जमीन पर पट्टा दिया जाना चाहिए जहां वे रह रहे हैं. सभी आदिवासियों को स्थलीय जांच के अधीन कृषक बंधु योजना सहित सभी सरकारी सहायता दी जानी चाहिए.मिड डे मील जैसी योजनाओं से जुड़े कर्मियों को पूजा का बोनस दिया जाना चाहिए. साथ ही उन्हें सरकारी कर्मचारी के रूप में मान्यता दी जानीचाहिए. उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद सभी प्रकार के लाभ दिये जायें. मौके पर फरहान हुसैन खान, राम निवास बास्के, सहदेव टुडू ने वक्तव्य रखा. प्रदर्शन के बाद भाकपा माले के जिला सचिव बबलू बनर्जी के नेतृत्व में पांच सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने 15 सूत्री मांगों को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा.
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