बरौनी.
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 116वीं जयंती समारोह के अवसर पर दिनकर स्मारक उच्च विद्यालय आदर्श ग्राम सिमरिया परिसर में सोमवार को दिनकर स्मृति विकास समिति के तत्वावधान में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए. कार्यक्रम का विधिवत शुरुआत मुख्य अतिथि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, बेगूसराय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि धन्य हो गया राष्ट्रकवि की जन्म स्थली पर आकर, आप सभी भाग्यशाली हैं जो दिनकर का जन्म यहां हुआ. राष्ट्रकवि की रचनाएं प्रदेश, देश नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ है. दिनकर ने सभी विषयों पर कविता लिखी है सबसे ज्यादा गद्य लिखा है. समाज और देश को जागृत करने और निरंकुश शासन पर प्रहार के उद्देश्य से उनकी लगभग कविता हैं. वहीं प्रेम शृंगार की रचनाओं में भी उनका कोई सानी नहीं. हमें दिनकर की रचनाओं को पढ़ने की जरूरत है न कि शेक्सपियर की. दिनकर की कविता का विश्व में कोई जोर नहीं है. दिनकर की कविता सीखने और जीने का माध्यम है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा राष्ट्रकवि दिनकर निडर, निर्भीक एवं बेबाक कवि थे. उनकी रचनाएं समय-समय पर समाज और देश को जागृत करने काम करती रही है. सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ हमेशा उनकी कलम बदलती रही है. जिसमें आपातकाल के समय राष्ट्रकवि दिनकर की निडरता से सरकार के खिलाफ कलम के माध्यम से उठायी गयी आवाज ऐतिहासिक पल है. सांसद जिले की बाढ़ विभीषिका पर काफी व्यथित दिखे और राज्यपाल को भी मंच से इसमें पहल करने को कहा.वहीं बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने कहा दिनकर की धरा पर उनके कार्यक्रम में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. दिनकर जैसे कवि बिरले ही पैदा होते हैं. उनकी रचनाएं सत्य से रूबरू कराती है. कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार वर्मा, जदयू जिलाध्यक्ष रूदल राय, विधान पार्षद सर्वेश कुमार, मटिहानी विधायक राज कुमार सिंह, पूर्व विधायक कृष्ण सिंह, केशव शाण्डिल्य, लोजपा नेत्री इंदिरा देवी, आभा सिंह, कृष्णनंदन सिंह, विषंभर सिंह, अमरदीप कुमार सुमन, प्रदीप कुमार आदि मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन राजेश कुमार ने किया. वहीं आयोजन समिति के प्रवीण प्रियदर्शी सहित अन्य लोगों ने राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री व बिहार सरकार के मंत्री को सम्मानित किया. कार्यक्रम समाप्ति के बाद अपने काफिले के साथ राज्यपाल राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के आवास पर पहुंचे. जहां उन्होंने उनकी पुत्रवधु एवं पौत्र से मुलाकात कर राष्ट्रकवि के दिनचर्या के बारे में पूछा और उनके शयनकक्ष, लेखनी स्थल सहित जगहों को देखा. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रकवि के प्रिय मिष्ठान जलेबी खाकर आनंद लिया और राष्ट्रकवि आवास पर रखी डायरी में राष्ट्रकवि दिनकर के प्रति अपने भाव के शब्द लिखे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है