बोकारो, बोकारो जिले में सोमवार को जगह-जगह बिनाेद बिहारी महतो की 101 वीं जयंती मनायी गयी. जयंती कार्यक्रम में शामिल लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी व उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया. आजसू पार्टी ने बोकारो हवाई अड्डा के समीप जयंती मनायी. गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरूआत की. कहा कि झारखंड राज्य बिनोद बाबू के सपनों का परिणाम है. बिनोद बाबू के विचारों व संघर्ष को आत्मसात करने की जरूरत है. उनका नारा अधिकार के लिए लड़ो व हक की रक्षा के लिए लड़ो ने समाज में क्रांति पैदा की. कहा कि बिनोद बाबू के सपनों को साकार करने के लिए युवा वर्ग आगे आयें. जहां हकमारी हो रही हो, वहां लड़ने का काम करें. जिलाध्यक्ष सचिन महतो ने कहा कि बिनोद बाबू के विचार व सपनों के झारखंड की लड़ाई अधूरी है. केंद्रीय महासचिव अजय सिंह ने कहा कि आजसू पार्टी उनके विचारों व सपनों को कभी मिटने नहीं देगी. मौके पर केंद्रीय सदस्य राजेश महतो, संजय चक्रवर्ती, बंकू बिहारी सिंह, विकाश महथा, अजय गोस्वामी आदि मौजूद थे.
कसमार के खुदीबेड़ा में मनायी गयी जयंती
कसमार, कसमार प्रखंड के खुदीबेड़ा-हिसीम चौक स्थित बिनोद बिहारी महतो की प्रतिमा स्थल पर आजसू पार्टी की कसमार प्रखंड कमेटी ने बिनोद बिहारी महतो की जयंती मनायी. मुख्य अतिथि स्थानीय विधायक डॉ लंबोदर महतो समेत अन्य पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. डॉ लंबोदर ने कहा कि सामाजिक कृतियों के अलावा महाजनी शोषण का विरोध एवं झारखंड अलग राज्य का निर्माण कर बिनोद बाबू झारखंडियों के दिलों में हमेशा बसे रहेंगे. बिनोद बाबू के सपनों के अनुरूप झारखंड का निर्माण करने के लिए उनके पढ़ो और लड़ो का नारा आज भी प्रासंगिक है और उसे मजबूत करने की जरूरत है. मौके पर पूर्व जिप सदस्य विमल कुमार जायसवाल, आजसू के जिला प्रवक्ता उमेश कुमार जायसवाल, प्रखंड महेंद्रनाथ महतो, सचिव उमेश कुमार महतो, डॉ जीतलाल महतो, घनश्याम महतो, चंद्रदेव चौधरी, सूरज टुडू, संजय जायसवाल, डॉ अखिलेश्वर महतो, मधुसूदन झा, शिशुपाल महतो, कपिल सिंह, शुभम झा, विवेक ठाकुर, कृष्ण रंजन शर्मा, सुजीत महतो, राजेश मुर्मू, ललन महतो, रूपेश कुमार महतो, कपिल महतो, वीरेंद्र, दशरथ महतो आदि मौजूद थे.बिनोद बाबू के विचारों पर चलने की जरूरत : उमाकांत
चंदनकियारी, बिनोद बिहारी महतो की जयंती पर पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने बिजुलिया मोड़, रामडीह व बगुला मोड़ में स्थापित बिनोद बाबू की प्रतिमा पर मालार्पण कर नमन किया. श्री रजक ने कहा कि बिनोद बाबू झारखंड आंदोलन के प्रणेता थे. उन्होंने जाति – धर्म से ऊपर उठकर समस्त झारखंडियों के हितों की लड़ाई लड़ी थी. उनके आंदोलन का परिणाम ही अलग झारखंड मिल सका. वे एक महान समाज सुधारक के साथ सशक्त झारखंडी दर्शन से पूर्ण नेता थे. उनके दर्शन व सोच से ही झारखंड आगे बढ़ेगा और झारखंडियों को उनका अधिकार मिलेगा. कहा कि बिनोद बाबू के विचारों को मानने वाले झारखंड में बहुत से लोग मिलेंगे, लेकिन उनके विचारों पर चलने वाले कम है. उनके विचारों पर चलने की जरूरत है तभी उनके सपनों का झारखंड बन सकता. मौके पर मिथिलेश महतो, राजेश भगत, शत्रुघ्न महतो, बाटुल राय, रमेश महतो, हाशिम अंसारी, नंद लाल महतो, राजीव रंजन झा, विश्वनाथ महतो, मनोज महतो रंजीत सिंह चौधरी समेत अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है