बरकट्ठा.
एनएच-दो से तेतरौन तक पथ चौड़ीकरण में कम मुआवजा मिलने को लेकर रैयतों ने प्रखंड मुख्यालय में पहुंच कर विरोध किया. रैयतों ने आरोप लगाया कि इस बार भी भू-अर्जन विभाग ने गुपचुप तरीके से कैंप लगाकर रैयतों को भ्रमित किया है. कृषि दर से मुआवजा का नोटिस किया जा रहा है जबकि हम सभी को कमर्शियल मुआवजा चाहिए. रैयतों ने भू-अर्जन विभाग के कर्मियों को आवेदन सौंपा. इसमें लिखा है कि एनएच-2 बरकट्ठा से तेतरौन तक पथ चौड़ीकरण व मजबूतीकरण में हम सभी रैयतों की भूमि अधिग्रहित की गयी है. जमीन की राशि कृषि दर पर भुगतान करने का नोटिस जारी है, जो गलत है. रैयतों ने अपनी महंगी जमीन को व्यावसायिक दर पर भुगतान की मांग पत्र जिला भूमि अर्जन पदाधिकारी के नाम सौंपा है. इस अवसर पर रैयत पूर्व मुखिया गोपाल प्रसाद, कलीम खान, रामचंद्र साहू गणेश यादव, योगेश्वर प्रसाद, प्रकाश यादव, राजू यादव, मोहन नायक, अशोक यादव अन्य लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है