बांका: डीएम अंशुल कुमार की अध्यक्षता में डीएलसीसी की बैठक समाहरणालय सभागार में मंगलवार को हुई. बैठक में सीडी रेशियो और एनुअल क्रेडिट प्लाइन पर विस्तृत चर्चा की गयी. 40 प्रतिशत से कम उपलब्धि वाले बैंक प्रबंधकों को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देशित किया गया है कि आगामी त्रैमास में कम से कम लक्ष्य का 56 प्रतिशत उपलब्धि हासिल करना सुनिश्चित करेंगें. पंजाब नेशनल बैंक के जिला समन्वयक व शाखा प्रबंधकों को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देशित किया गया है कि अगर बैंक की प्रगति अच्छी नहीं रही तो शाखा प्रबंधक के विरूद्ध अग्रेत्तर कार्रवाई के लिए लिखा जायेगा. पीएमइजीपी व पीएमएफएमइ योजना का यथाशीघ्र शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने को कहा गया. पीएम स्वनिधी, जीविका, यूको आरसेटी एवं अन्य योजनाओं में ऋण के लिये बैंकों के विभिन्न शाखाओं में लंबित आवेदनों का निष्पादन 30 सितंबर तक करने का निर्देश दिया गया. जिला कृषि पदाधिकारी को अपने अधीनस्थ कर्मी को बैंक भेजकर केसीसी ऋण में लंबित आवेदनों का निष्पादन तथा जिस बैंक शाखा में आवेदन नहीं भेजे गये है वहां कम से कम 10 आवेदन अविलंब भेजने को कहा गया. गव्य विकास योजना की समीक्षा में पाया गया कि बैंकों को संबंधित योजना के बारे में जानकरी ही नहीं है, जो अत्यंत खेदजनक है. इस कारण योजना में प्रगति नहीं हो पा रही है. सभी बैंकों को निर्देशित किया गया कि योजना में लंबित पड़े आवेदनों का त्वरित प्रभाव से निष्पादन करना सुनिश्चित करेंगें. भारतीय स्टेट बैंक के प्रगति पर डीएम ने रोष प्रकट किया. अवलिंब प्रगति का निर्देश दिया.
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