Madhubani News. झंझारपुर. प्रखंड के जमुथरि गांव के समीप मामा बांध के दो पुल को बांस, चदरा, रस्सी और पॉलीथिन से बांधकर नदी की धारा को रोककर अपनी खेतों तक पानी पहुंचा दिया है. पानी की धारा खेत तक पहुंचते ही किसानों के चेहरे पर मुस्कान छा गई है. नदी की धारा के किनारे अवस्थित अन्य कई किसान भी लाभान्वित हो रहा है. इलाके के दर्जनों डबरा, पोखर, तलैया, कलम गाछी में पानी भर चुके हैं. जो आम के बागान और अगले फसल गेहूं में भी फायदा करेगा. लखनदेई नदी के पानी रोकने के कुछ ही दिनों के अंदर लगभग 125 एकड़ में पानी पहुंच चुका है. अन्य खेतों में पानी पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे महिनाथपुर पंचायत, लोहना उत्तरी पंचायत, रैयाम पूर्वी पंचायत, रैयाम पश्चिमी पंचायत के लोगों के किसानों के खेतों में पानी पहुंचने से लाभ हो रहा है. जानकारी के अनुसार अपने फसल को सूखता देख किसानों के चेहरे मुरझा गये थे. लोगों ने नदी की से बह रहे पानी को खेतों तक पहुंचाने की योजना बनायी. किसान मलयनाथ मिश्र बताते हैं कि किसानों के मेहनत के अलावे हजारों रुपये का लागत आ रहा था. जिसमें चदरा, बांस, बल्ला, रस्सी और पॉलिथीन, सैंड बैग, ट्रैक्टर, जेसीवी का खर्च शामिल है. किसान मलयनाथ मिश्र, मधुरी यादव, विजय यादव, कमलेश कामती, सियाराम यादव, अरुण कामत, फेकू यादव, बुचन यादव, चलितर मोची, रघुनी मोची, नुनु यादव, सोनाई मुखिया, सहित अन्य किसानों ने बताया कि हम लोगों ने हार नहीं मानी. आपस में चंदा इकठ्ठा कर बांस चदरा व अन्य सामान खरीद किया गया. पानी खेतों में पहुंचकर सुखद घान को जीवंत कर दिया है. कहा कि इस नदी में पानी कोसी नहर से ही आती है. इस इलाके में नहर की शाखा नहीं पहुंची है. जिसे लखनदेई नदी पूरी कर रही है.
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