सुपौल. सदर प्रखंड के घूरण में मंगलवार को घास काटने के दौरान नदी में लापता ननद-भौजाई की खोज के लिए बुधवार को एनडीआरएफ की टीम घूरण पहुंची. सुबह करीब 10 बजे से दो-दो मोटरबोट से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू की. लेकिन बुधवार शाम 05 बजे तक ननद-भौजाई का कोई सुराग नहीं मिल पाया. रेस्क्यू टीम ने घूरण से रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत की. घटना स्थल से करीब 05 से 06 किमी दूर चंदेल मरीचा तक नदी में एनडीआरएफ के जवान खोजते रहे. करीब सात घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी लापता ननद-भौजाई का कोई सुराग नहीं मिल पाया. एनडीआरएफ के रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान घटना स्थल पर दिनभर ग्रामीण और जनप्रतिनिधि भी डटे रहे. पंचायत समिति सदस्य मो अनवर अली ने बताया कि एनडीआरएफ से पहले एसडीआरएफ ने भी रेस्क्यू किया था. लेकिन उन्हें भी कोई सफलता नहीं मिली. मौके पर सीओ, सदर थाना पुलिस के अलावा कर्मचारी भी मौजूद रहे. उधर, सबिला के ससुर मो अकलू ने बताया कि एक साथ बहू और बेटी दोनों कोसी नदी में लापता हो गई. उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. बताया कि मंगलवार रात भर उसके घरवालों की नींद उड़ी थी. अनहोनी की आशंका से घिरे थे. सुबह हुई तो उम्मीद जगी कि एनडीआरएफ की टीम को बेटी और बहू का सुराग मिलेगा. लेकिन इस उम्मीद पर भी पानी फिर गया. सबिला के चार बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है. ग्रामीणों की मानें तो दो दिन पहले ही सबिला का पति कमाने के लिए परदेस गया है . इधर यह घटना हो गई. इससे पूरा गांव मर्माहत हैं.
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