जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों की निर्वाण भूमि सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर में इन दिनों धार्मिक कार्यक्रमों की धूम मची है. मधुबन स्थित सौरभांचल संस्था परिसर में श्री शीलचंद पवन कुमार जी जैन परिवार द्वारा देश के विभिन्न प्रान्तों से आये लगभग 1100 तीर्थयात्री पर्वत वंदना व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का लाभ लिया. सौरभांचल संस्था के राकेश जैन सहित अन्य ट्रस्टियों द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बताया गया कि विगत कई वर्षों से सौरभांचल संस्था के ट्रस्टी राकेश जैन आदि के द्वारा देश के विभिन्न प्रान्तों से 1100 यात्रियों को शिखरजी दर्शन को निःशुल्क लाया जाता है. आने जाने की व्यवस्था, रहना, भोजन आदि की व्यवस्था सौरभांचल के ट्रस्टी राकेश जैन गाजियाबाद आदि के द्वारा की जाती है. देश के विभिन्न राज्यों से आये श्रद्धालुओं ने अहले सुबह से ही पर्वत वंदना को निकल गए. श्रद्धालुओं की भीड़ के द्वारा जयकारों से शिखरजी गुंजायमान हो उठा. श्री कल्याण मंदिर विधान में शामिल हुए श्रद्धालु-बुधवार को सौरभांचल संस्था परिसर में श्री कल्याण मंदिर विधान का आयोजन किया गया. साथ ही अभिषेक भी हुआ. इस विधान के दौरान गुरु वंदना, समुच्चय पूजन, पंचकल्याणक अर्घ, अष्टदल कमल पूजा, षोडश दल कमल पूजा, पूर्णार्घ्य सहित अन्य धार्मिक आयोजन किये गए. सौरभांचल संस्था के ट्रस्टी राकेश जैन एवं अर्चना जैन गाजियाबाद ने बताया कि आचार्य श्री सौरभसागर जी महाराज के आशीर्वाद से प्रति वर्ष शिखरजी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का जत्था शिखरजी आता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है