दरभंगा.
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय ने कहा कि संपूर्ण देश में दरभंगा के धरोहरों का अस्तित्व ही महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह के कार्यों की गौरवगाथा का प्रमाण है. वे महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह की 166वीं जयंती पर इसमाद फाउंडेशन की ओर से संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में आयोजित समारोह में बोल रहे थे. कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में स्थित महाराजा की प्रतिमा के पास उनकी जीवनी का शिलापट्ट लगाया जायेगा. कहा कि अगली सीनेट की बैठक में वे यह प्रस्ताव रखेंगे. कहा कि इससे आम लोगों को महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह के किये कार्यों की जानकारी मिलेगी. कहा कि लक्ष्मीश्वर सिंह के कार्य की चर्चा समूचे भारत में है. कहा कि सांस्कृतिक, धार्मिक, सामजिक परंपरा के मजबूत स्तम्भ के रूप में देश उनको याद करता है. समस्त दरभंगा राज परिवार का शैक्षणिक आर्थिक सामाजिक और बौद्धिक विकास सही मायने में अद्भुत रहा है.अंग्रेजी शिक्षा को भारतीय तक पहुंचाने के लिए कई स्कूल खोले : तरुण मिश्रा
लक्ष्मीश्वर सिंह पुस्तकालय के सचिव तरुण मिश्रा ने महाराज के अवदानों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अंग्रेजी शिक्षा ग्रहण कर भारत के लोगों को फायदा पहुंचाया. अंग्रेजी शिक्षा को भारतीय तक पहुंचाने के लिए कई स्कूल खोले. इतिहासकार डॉ अवनिंद्र झा ने कहा कि महाराज ने भारत के राजनीतिक व्यवस्थाओं के लिए आर्थिक सहयोग दिया था, जिसमें कई अधिवेशनों के लिये उनके दिए हुए सहयोग का दस्तावेज आज भी मौजूद हैं. डॉ मित्रनाथ झा ने कहा कि गौ रक्षा आंदोलन के जन्मदाता रहे महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह सामाजिक सुधार के लिए भी याद किए जाते हैं. सुशांत भास्कर ने महाराजा और गांधी के संबंधों पर कई शोधपूर्ण बातें रखी.
राज हाइस्कूल के अमन को मिला डॉ सुधीर झा मेमोरियल स्कॉलरशिप
कार्यक्रम के दौरान राज हाइस्कूल के द्वितीय टॉपर अमन कुमार को डॉ सुधीर झा मेमोरियल स्कॉलरशिप दिया गया. पुरस्कार के रूप मे मोमेंटो, प्रमाण पत्र दिया गया. साथ ही डॉ सुधीर झा की पत्नी छाया झा ने उनकी स्मृति में राशि प्रदान की. अतिथियों का स्वागत फाउंडेशन के न्यासी डॉ संतोष कुमार ने किया. संचालन संतोष चौधरी तथा धन्यवाद ज्ञापन राहुल कुमार ने किया. कार्यक्रम में अभिनव सिन्हा, रवि प्रकाश, अभिषेक कुमार, अभिमन्यु कुमार, कुलदीप यादव, सुबोध यादव, सूर्यप्रकाश सिंह, उज्ज्वल कुमार आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है