संवाददाता, कोलकाता
कोलकाता नगर निगम ने शहर में मेडिकल वेस्ट (कचरा) के निस्तारण की पहल की है. कोलकाता में मेडिकल कचरे के निस्तारण के लिये राज्य सरकार एक एजेंसी की मदद लेती है. पर, अब कोलकाता नगर निगम ने मेडिकल वेस्ट प्लांट स्थापित करने की योजना बनायी है. मेडिकल वेस्ट प्लांट की स्थापना के लिए नगर निगम के मेयर इन काउंसिल की बैठक में मंजूरी दे दी गयी है. मेयर फिरहाद हकीम ने बुधवार को यह जानकारी दी.
नगर निगम के मासिक अधिवेशन में बुधवार को 48 नंबर वार्ड के पार्षद विश्वरूप दे ने सदन में प्रश्न काल में पूछा था कि कोलकाता में आम कचरा और मेडिकल वेस्ट को अलग करने की क्या कोई व्यवस्था है? निगम एक दिन में कितना कचरा संग्रह करता है एवं आर्थिक मूल्य क्या हैं? इस सवाल के जवाब में मेयर ने बताया कि कोलकाता में नगर निगम के स्वास्थ्य केंद्रों से प्रतिदिन 193 किलो मेडिकल वेस्ट संग्रह किया जाता है.
मेयर ने बताया कि नगर निगम मेडिकल वेस्ट संग्रह नहीं करता है. राज्य सरकार द्वारा चयनित एजेंसी मेडिकल वेस्ट संग्रह करती है. मेडिकल वेस्ट को बेलगछिया इलाके में बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट में डिस्पोज (डंप) कर दिया जाता है. यहां कोलकाता के अलावा, हावड़ा, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना और हुगली जिले के कुछ हिस्से का कुछ मेडिकल वेस्ट डंप किया जाता है. मेडिकल कचरा निस्तारण के लिए स्थापित होने वाले मेडिकल वेस्ट प्लांट की देख-रखे का जिम्मा निगम के ठोस कचरा प्रबंधन विभाग पर होगा. कोलकाता व आस-पास के इलाकों में स्थित अस्पतालों के मेडिकल कचरे का संग्रह होगा. इस प्लांट के लगने से निगम की आये भी बढ़ेगी. साथ की मेडिकल वेस्ट की अवैध रिसाइकिल नहीं होगी. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर मेडिकल वेस्ट की अवैध रिसाइकिल करने का भी आरोप है. मेयर का इशारा शायद इसी ओर था.
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