कटिहार. डीएस कॉलेज के पुस्तकालय भवन हाल बेहाल है. देखरेख के अभाव में जीर्णशीर्ण अवस्था में पहुंच गया है. दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश के बीच छत से पानी टपकने से कर्मी जहां परेशान हैं. दूसरी ओर पुस्तकालय के अंदर छाता टांगकर विद्यार्थी अपने कार्य करने को विवश हैं. देखरेख के अभाव में पुस्तकालय के छत से जहां जगह-जगह पानी टपक रहा है. कर्मियों में पुस्तकालय भवन ध्वस्त होने की संभावना को लेकर संशकित हैं. छत से पानी इतना टपक रहा है कि गुरुवार को छात्र- छात्राएं बारिश के बीच कई कार्य कराने को लेकर छाता टांगकर पुस्तकालय में पहुंच गये. डीएस कॉलेज के पुस्तकाध्यक्ष शंभू कुमार यादव ने बताया कि कॉलेज का पुस्तकालय भवन काफी जर्जर अवस्था में है. जगह-जगह बारिश का पानी छत से टपकने के कारण पुस्तकों को सम्भाल कर रखा गया है. इन दिनों पुस्तकालय में ही अलग-अलग सत्रों का कई तरह का प्रमाण पत्र छात्रों के बीच वितरण को लेकर कार्य दिया गया है. खासकर बीए पार्ट थर्ड सत्र 201-24 का मार्कशीट, बीए पार्ट थर्ड का 2019-2022 का मूल प्रमाण पत्र, पीजी का मूल प्रमाण पत्र 2020-23 तक सत्र का छात्रों के बीच देने का कार्य चल रहा है. इस कार्य के लिए उनके अलावा प्रकाश कुमार सिंह, नीतीश भारद्वाज, कौशल कुमार को सहयोग में लगाया गया है. इसके साथ पुस्तकालय से बीए और पीजी की पुस्तकें भी दी जा रही है. इस दौरान कई छात्र छात्राएं बारिश से टपक रहे पानी से बचाव के लिए छाता टांगकर पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि पुस्तकालय भवन की जर्जर अवस्था को लेकर कॉलेज प्रबंधन से लेकर कॉलेज प्रशासन को बार बार अवगत कराया गया है. आश्वासन दिया गया है कि पुस्तकालय भवन नये सिरे से निर्माण को लेकर विवि को अवगत करा दिया गया है. कहते हैं प्राचार्य डीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय कुमार सिंह का कहना है कि पुस्तकालय भवन निर्माण के लिए विवि को अवगत करा दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है