प्रतिनिधि, भुरकुंडा
भुरकुंडा कोलियरी की बांसगढ़ा भूमिगत खदान के परिसर में गुरुवार को जोनल माइंस रेस्क्यू प्रतियोगिता हुई. इसका उद्घाटन खान सुरक्षा निदेशक आफताब अहमद ने झंडोत्तोलन कर किया. आफताब अहमद ने कहा कि रेस्क्यू टीम को किसी भी विषम परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए. एक-एक पल का महत्व समझते हुए त्वरित व सुरक्षित बचाव के लिए रेस्पांस करना चाहिए. ऐसी टीमों के लिए बचाव प्रक्रिया व इसके मानकों के अनुसार निरंतर प्रशिक्षण की जरूरत पड़ती है. इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए ऐसे आयोजन होते हैं. लोगों ने सुरक्षा की शपथ भी ली. प्रतियोगिता के तहत सभी टीमों को निर्धारित समय में बांसगढ़ा खदान में हुई दुर्घटना के दौरान बचाव कार्य का मॉक ड्रिल किया गया. निर्धारित मापदंडों के तहत कम समय में रेस्पांस करने वाली टीमों को सूचीबद्ध किया गया. उनके प्रदर्शन के आधार पर कई प्वाइंट मिले. विजेता टीम को सीसीएल हेडक्वार्टर में सम्मानित किया जायेगा. प्रतियोगिता में अरगड्डा एरिया, ढोरी, पिपरवार, बीएंडके, हजारीबाग, बरका-सयाल, मगध और संघमित्रा, जेएमएस, कथारा, आम्रपाली और चंद्रगुप्ता, एनके और कुजू एरिया की टीम ने हिस्सा लिया. मौके पर डीजीएमएस सुधीर रापोलू, अजास मोहम्मद, तेजावंत नरेश, आइएसओ सीबी प्रसाद, राकेश रंजन, एएसओ अरविंद शर्मा, पीओ मनोज कुमार पाठक, डॉ नदीम अनवर, एसओएम रवि रंजन, प्रोजेक्ट इंजीनियर अंकुर विश्वनाथ, रमेश कुमार, असिस्टेंट मैनेजर रिशु कुमार, सीसीएल सेफ्टी बोर्ड सदस्य विकास कुमार, विकासकांत सिन्हा, परमानंद झा, रंजीत कुमार, महावीर, शशि रंजन उपस्थित थे.
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