बोकारो, सेल-बीएसएल का सालाना इस्पात बिक्री 2013-14 के मुकाबले दुगना हो चुका है. 10 वर्षों में कंपनी का ग्रोथ 100 प्रतिशत से अधिक रहा है. कर्मियों को उत्पादन में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. ये बातें बोकारो इस्पात कामगार यूनियन (एटक) के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद ने गुरुवार सेक्टर थ्री डी स्थित यूनियन कार्यालय में कर्मियों के साथ आयोजित बैठक में कही. श्री सिंह ने कहा कि हॉट मेटल उत्पादन 2013-14 में 14.447 मिलियन टन था, वहीं वर्ष 2023 में यह बढ़कर 19.4 मिलियन टन हो गया है. इसी तरह बिक्री योग्य इस्पात 12.880 से बढ़कर 17.246 मिलियन टन हो चुका है. प्रोडक्शन में लगभग प्रत्येक इकाई में 30 से 40 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि इसी दौरान कर्मचारियों की संख्या 40 से 50 प्रतिशत कम हुई है. सेल का व्यापार एक लाख करोड़ को पार कर गया है. सार्वजनिक क्षेत्र की औद्योगिक इकाई सेल का भारतीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार दूसरे वर्ष की दबदबा कायम रहा है. इस्पात मजदूरों को 87000 से लेकर डेढ़ लाख रुपये बोनस व ठेका मजदूरों को 20 प्रतिशत बोनस मिलना चाहिये. यूनियन इसके लिये प्रयासरत है. श्री सिंह ने कहा कि लगातार दूसरे वर्ष कंपनी ने कैश कलेक्शन व ग्रॉस सेल्स में एक लाख करोड़ के आंकड़े को पार किया है. जहां वर्ष 2021-22 में आंकड़ा 102805 करोड़ रुपये था, वहीं 2022-23 में यह आंकड़ा बढ़कर 103768 करोड़ रुपये हो चुका है. जबकि वर्ष 2013-14 में सेल का उत्पादन सकल विक्रय मात्र 51886 करोड़ रुपये था. मात्र 10 वर्षों में ही इस्पात बिक्री में लगभग दुगना का इजाफा हुआ है. टेक्नो इकोनामिक पैरामीटर में वर्ष 2012-13 में जहां प्रति कर्मचारी प्रतिवर्ष क्रूड इस्पात उत्पादन मात्र 258 टन प्रतिवर्ष था, वही बढ़कर अब 521 टन प्रतिवर्ष हो गया है. जुलाई 2023 में यह 589 तक पहुंच गया है. ऐसे में मजदूरों उनका हक व उनकी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए.
बीएकेएस ने प्रोडक्शन रिलेटेड पे के लिए किया प्रदर्शन
बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (बीएकेएस) ने प्रोडक्शन रिलेटेड पे के लिए सीआरएम एक व दो के सीजीएम कार्यालय के निकट गुरुवार को प्रदर्शन किया. कर्मियों ने प्रोडक्शन रिलेटेड पे के लिए नारे लगाये. अपने हक के लिए आवाज उठाया. कर्मियों का कहना था कि एक तरफ कोयला में एक लाख रुपये बोनस पहुंचने वाला है, तो दूसरी तरफ सेल कर्मियों को अभी तक एक चौथाई (₹25000) भी बोनस नहीं पहंचा है. अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि यूनियन के फॉर्मूले के हिसाब से प्रत्येक सेल कर्मी को 1,87,000 रुपये बोनस मिलना चाहिए. महासचिव दिलीप कुमार, उप महासचिव आशुतोष आनंद, विभागीय प्रतिनिधि लाल बाबू, रवि, अरुण ने भी संबोधित किया. कहा कि ठेका लेबर की भीड़ दिखाकर अपनी इज्जत बचाने का प्रयास करने वाले तथाकथित वीर नेताओं व यूनियनों की इज्जत अब तार-तार हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है