सरायकेला. सरायकेला-खरसावां जिले का मौसम बदलने से वायरल फीवर, टाइफाइड एवं मलेरिया का प्रकोप बढ़ गया है. इसके साथ ही सर्पदंश के मामले भी सामने आ रहे हैं. पिछले सात दिनों में 83 मरीज वायरल फीवर, टाइफाइड सहित अन्य बीमारीयों में ग्रस्ति होकर सदर अस्पताल में भर्ती हुए हैं. मौसम में बदलाव से सर्दी, खांसी, गले में खरास व दस्त संबंधी बीमारी की शिकायत लेकर काफी संख्या में मरीज सदर अस्पताल के ओपीडी में पहुंच रहे हैं. सदर अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन 300 से 350 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. इनमे से 70 फीसदी मरीज वायरल फीवर, टाइफाइड व अन्य मौसमी बीमारियों से ग्रसित मिल रहे हैं.
प्रतिदिन 100 से अधिक सैंपल की जांच
सदर अस्पताल के लैब में प्रतिदिन 100 से 125 ब्लड सैंपल की जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट के आधार पर ही उपचार किया जा रहा है. जांच के क्रम में सबसे अधिक वायरल के मरीज पाये जा रहे हैं. कुछ मरीज टाइफाइड और मलेरिया से भी पीड़ित मिल रहे हैं.
सात दिनों में 83 मरीज हुए भर्ती
जिले में मौसमी बीमारियों का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि महज सात दिनों में गंभीर रूप से पीड़ित 83 मरीजों को सदर अस्पताल के इन डोर में भर्ती किया गया. जबकि आर्थिक रूप से संपन्न लोग प्राइवेट अस्पताल और नर्सिंग होम में भी अपना उपचार करवा रहे हैं. इन डोर में भर्ती होने वाले मरीजों में वायरल फीवर के 55, टाइफाइड के 7, मलेरिया के 6, एनीमिया के 9 एवं सर्पदंश के 6 मरीज शामिल हैं.अस्पताल के इन डोर में मात्र 5 बेड खाली
दिन पर दिन मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने से सदर अस्पताल के इन डोर में मात्र 5 बेड ही खाली हैं. शुक्रवार की सुबह तक मात्र 3 बेड ही खाली थे, लेकिन दोपहर को अस्पताल में भर्ती 2 मरीजों को स्थिति में सुधार होने पर छुट्टी दे दी गयीकोट
मौसमी बीमारीयों से बचने के लिए नियमित रूप से गर्म पानी का सेवन करें. बारिश में भीगने से बचें. हमेशा साफ स्वच्छ और ताजा भोजन करें. शरीर में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक का परामर्श लें.
-डॉ चंदन कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल सरायकेला,फोटो 27एसकेएल3डॉ चंदनB
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