रांची. राजधानी के कचहरी चौक पर टाउन हॉल को रवींद्र भवन के रूप में विकसित करना राज्य सरकार के लिए महंगा सौदा साबित हो रहा है. यह प्रोजेक्ट सात साल पहले शुरू किया गया था, लेकिन इसे अब तक पूरा नहीं किया जा सका है. वर्ष 2017 में शुरू किया गया रवींद्र भवन दो वर्ष में यानी साल 2019 तक ही तैयार कर लेना था. लगभग दो वर्ष तक काम बंद रहने के बाद मंत्रिपरिषद ने रवींद्र भवन के लिए 292.26 करोड़ रुपये के पुनरीक्षित प्राक्कलन को मंजूरी दी है. पूर्व में नगर विकास विभाग रवींद्र भवन के लिए जुडको को 165.44 करोड़ रुपये आवंटित कर चुका है.
फिर से शुरू होगा निर्माण, छह माह का लगेगा समय
रवींद्र भवन के निर्माण के लिए 155.11 करोड़ रुपये पर मेसर्स रामकृपाल कंस्ट्रक्शन प्रालि के साथ एकरारनामा किया गया है. कैबिनेट द्वारा प्राक्कलन पुनरीक्षण करने से लगभग दो साल बाद अधूरे पड़े रवींद्र भवन का निर्माण फिर से शुरू किया जायेगा. हालांकि, चुनाव की घोषणा के पूर्व इसे पूरा नहीं किया जा सकेगा. रवींद्र भवन का निर्माण पूरा होने में छह महीने का समय लग सकता है.1500 लोग एक साथ बैठ सकेंगे
भव्य रवींद्र भवन का निर्माण 12480 स्क्वॉयर फीट जमीन पर हो रहा है. भवन में 1500 लोगों की क्षमता वाला कम्युनिटी हॉल होगा. जहां किसी भी प्रकार के बड़े कार्यक्रमों का आयोजन हो सकेगा. हॉल की खासियत यह है कि इसे तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है. इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए यहां 1200 लोगों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम का भी निर्माण कराया गया है. भवन में बाहर से आनेवाले अतिथियों और कलाकारों के लिए 24 कमरे बनाये गये हैं. वहां जिम, फूड कोर्ट, लाइब्रेरी और म्यूजिक रूम का भी निर्माण किया जा रहा है. रवींद्र भवन में राजधानी की सबसे बड़ी पार्किंग भी होगी. वहां 240 कार और 350 टू व्हीलर की पार्किग एक साथ की जा सकेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है