गया के बांकेबाजार प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बैताल के प्रधानाध्यापक दिलीप चौधरी अपने विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ समाजसेवा व इंसानियत का भी फर्ज निभा रहे हैं. गरीब व असहाय बच्चों को पठन-पाठन की सामग्री व आर्थिक मदद कर क्षेत्र में एक अलग पहचान बनायी है. इसी कड़ी में शनिवार को उन्होंने विद्यालय में अध्यनरत एक छात्रा की माता के असामयिक निधन के बाद उसके घर जाकर आर्थिक मदद तो की ही, साथ ही साथ उक्त छात्र को 12वीं तक की शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी अपने जिम्मे ले ली.
19 सितंबर को हुई मां की मौत
जानकारी के अनुसार, बैताल पंचायत के पचरुखिया गांव की छात्रा संजू कुमारी की माता सुनैना देवी की मौत एक गंभीर के कारण पिछले 19 सितंबर को हो गयी. संजू कुमारी अपनी छह बहनों में दूसरे नंबर पर है. वहीं, इसकी बड़ी बहन अंजू कुमारी इसी वर्ष उत्क्रमित उच्च विद्यालय बैताल से मैट्रिक पास की है व इसकी सबसे छोटी बहन मात्र डेढ़ वर्ष की है.
बच्चियों की पढ़ाई का उठाया खर्चा
संजू कुमारी की मां की मौत की खबर प्रधानाध्यापक दिलीप चौधरी को लगी, तो परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उसकी 12वीं तक की पढ़ाई में लगने वाली फीस को अपने पास से देने की बात कही. उन्होंने अपने विद्यालय के शिक्षकों की पांच सदस्यों की टीम भेज कर संजू की बड़ी बहन अंजु कुमारी का इंटरमीडिएट कला संकाय में ऑन स्पॉट नामांकन 28 सितंबर को बिना किसी प्रकार के शुल्क कराया तथा रजिस्ट्रेशन भी साथ में करवा दिया. प्रधानाध्यापक की इस भूमिका को देखकर विद्यालय के सहायक शिक्षक डॉ आलोक रंजन पाठक व हिंदी शिक्षक दयानंद तिवारी ने दोनों बच्चियों को 12वीं कक्षा तक कॉपी, किताब, कलम सहित अन्य सामग्री पूरा करने का जिम्मेदारी ले लिया. सभी शिक्षकों के सहयोग से संजू कुमारी के घर जाकर उसके पिता शिवनाथ प्रजापति को श्राद्धकर्म हेतु बारह हजार एक सौ रुपये की नकद राशि प्रदान की गयी.