-परीक्षा देकर निकले तो खिले चेहरे, आसान प्रश्नों को समय से पहले किया हल
-शांतिपूर्ण माहौल में 13 केंद्रों पर हुई प्रवेश परीक्षा, केंद्रों पर सक्रिय रहा उड़नदस्ता-फ्रिशकिंग व एडमिट कार्ड से चेहरा मिलान के बाद केंद्र के भीतर कराया गया प्रवेश
मुजफ्फरपुर.
बीआरएबीयू की ओर से रविवार को चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा हुई.13 केंद्रों पर परीक्षा ली गयी. सुबह 11 बजे से परीक्षा शुरू होनी थी. पूर्व सूचना के अनुसार सुबह 10.30 बजे परीक्षा केंद्र का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया. इसके बाद कुछ परीक्षार्थी विश्वविद्यालय परीक्षा भवन व अन्य केंद्रों पर पहुंचे. पर उन्हें प्रवेश नहीं मिला. परीक्षा में सभी केंद्रों को मिलाकर कुल 8163 अभ्यर्थी आवंटित थे. इसमें से परीक्षा में 6642 अभ्यर्थी उपस्थित व 1521 अनुपस्थित रहे. करीब 40 से अधिक अभ्यर्थियों की परीक्षा छूट गयी. अभ्यर्थियों ने बताया कि जंक्शन से ऑटो मिलने में देरी हुई. इसकी वजह से वे समय से नहीं पहुुंच सके. इधर, परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों के चेहरे खिले थे. अधिकतर परीक्षार्थियों ने बताया कि प्रश्न काफी आसान थे. जीके व टीचिंग एप्टीट्यूड के कुछ प्रश्न कठिन थे. दो घंटे में कुल 120 प्रश्नों का उत्तर देना था. निगेटिव मार्किंग नहीं होने के कारण अधिकतर परीक्षार्थियों ने सभी प्रश्नों को एटेंप्ट किया. उनका कहना था कि समय से पहले ही उत्तर लिखा जा चुका था. मैला आंचल के लेखक का नाम, नदी का पर्यायवाची शब्द, परसों गुरुवार था तो परसों कौन सा दिन होगा? गणित के प्रश्नों का भी स्तर सामान्य था. समस्तीपुर से आए सार्थक ने बताया कि जीके के प्रश्न वर्तमान से अधिक पूछे गये थे. प्रश्न काफी आसान थे. पटना से आयी ज्योति व पायल ने बताया कि प्रश्न आसान थे. आसानी से हल हो गये. अभ्यर्थियों को परीक्षा के बाद ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी भी दे दी गयी है.चार सौ है सीट, चार अक्टूबर को रिजल्ट
रिजल्ट चार अक्टूबर को जारी किया जाएगा. इसके बाद नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. बता दें कि बीआरएबीयू के ही चार कॉलेजों में चार सौ सीटों पर इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स का संचालन होता है. इसके लिए प्रवेश परीक्षा का जिम्मा पहली बार विवि को सौंपा गया था. इंटीग्रेटेड बीएड के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो.बीएस राय ने बताया कि परीक्षा कदाचारमुक्त व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई. कुलपति प्रो डीसी राय ने आठ केंद्रों का जायजा लिया. वे एमपीएस साइंस कॉलेज, एलएन मिश्रा कॉलेज, रामेश्वर कॉलेज, डॉ जगन्नाथ मिश्रा कॉलेज समेत अन्य केंद्रों पर भी पहुंचे. वहीं सभी केंद्रों पर विवि की ओर से आब्जर्वर व फ्लाइंग स्क्वायड की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. यह दस्ता लगातार भ्रमणशील था. गहन जांच के बाद अभ्यर्थियों को केंद्र के भीतर प्रवेश करने दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है