आइसीटी लैब वाले स्कूलों में प्रतिदिन बच्चों को कराना होगा क्लास संवाददाता, पटना जिले के चयनित सरकारी स्कूलों में चलने वाले शैक्षणिक कार्यक्रम व स्कूल की ओर से आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी ऑनलाइन साझा करने के लिए भी इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी(आइसीटी) लैब का सहारा लिया जा रहा है. राज्य के सरकारी स्कूलों में आइसीटी लैब के निर्माण का मुख्य उद्देश्य बच्चों को कंप्यूटर की बेहतर शिक्षा देना है. साथ ही उन्हें पढ़ाई में कंप्यूटर की उपयोगिता के महत्व को समझाना है. हालांकि, अब तक जिले में कुल 144 स्कूलों में ही आइसीटी लैब का निर्माण किया गया है. वहीं, 90 अन्य स्कूलों में आइसीटी लैब का निर्माण किया जायेगा. इसके लिए स्कूलों की सूची तैयार की जा रही है. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि अक्तूबर माह के अंत तक जिले के 174 स्कूलों में लैब निर्माण का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है. एजेंसियों को स्कूलों में बिल्ड ऑन ऑपरेट मॉडल के तहत ही लैब निर्माण करने आदेश दिया है. इसके तहत एजेंसियों को दिये गये स्पेसिफिकेशन के तहत ही उपकरण लगाना अनिवार्य है. आइसीटी लैब वाले स्कूलों में प्रतिदिन बच्चों को कराना होगा क्लास जिले के 144 सरकारी स्कूलों में आइसीटी लैब का संचालन किया जा रहा है. लेकिन जिला शिक्षा कार्यालय को यह शिकायत मिल रही है कि इनमें से कई स्कूल प्रबंधक आइसीटी लैब प्रतिदिन नहीं खोल रहे हैं. इसके साथ ही जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से आयोजित की जाने वाली जेइइ और नीट मॉक टेस्ट में भी कई स्कूल रुचि नहीं ले रहे हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने आइसीटी लैब युक्त स्कूल प्रबंधकों को प्रतिदिन लैब खोलने और बच्चों को रुटीन के अनुसार क्लास संचालित कराने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही हर महीने आयोजित होने वाले जेइइ और नीट मॉक टेस्ट संचालित करने का निर्देश दिया है. जिन स्कूल की ओर से शिकायत मिलेगी, उस स्कूल के प्राधानाध्यापक और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी.
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