Darbhanga News: राजकुमार रंजन, दरभंगा. जिले में संचालित विभिन्न वाहन एजेंसियों ने इस वर्ष सभी प्रकार के 34918 वाहन बेचे. इनमें कई वाहन स्वामियों ने पसंद का नंबर प्राप्त करने के लिए तो एक लाख रुपए से भी अधिक अतिरिक्त खर्च किया. दरअसल कई लोग कुछ खास नंबर को अपने लिए लक्की मानते हैं, यही वजह है कि मोटी रकम देकर भी पसंदीदा नंबर लिया. इस वर्ष जनवरी से अब तक कुल 27 वाहन स्वामियों ने जिला परिवहन विभाग द्वारा तय राशि देकर वाहन का च्वाइस नंबर प्राप्त किया है. परिवहन विभाग के आंकड़ें बताते हैं कि च्वाइस नंबर वितरण से नौ लाख 44 हजार रुपए विभाग को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ है. जानकारी के मुताबिक बीआर 07 बीइ 0001 नंबर के लिए एक लाख एक हजार रुपये की अंतिम बोली आकाश आनंद ने लगाई थी. राशि जमा करने के उपरांत परिवहन विभाग ने उन्हें यह नंबर मोटर कार के लिए जारी किया. इसी प्रकार बीआर 7एपी 0001, बीआर 07बीसी 0001, बीआर 07बीडी 0001 नंबर मोटर कार के लिए क्रमशः अलका जायसवाल, सुनील कुमार व अविनाश सिंह को एक-एक लाख रुपए में मिला.
बाइक स्वामियों में भी च्वाइस नंबर का क्रेज
वहीं बाइक के नंबर के लिए भी शौकीनों की कमी नहीं है. जिला में दो बाइक सवार ने अपने मनपसंद नंबर 15-15 हजार रुपए में खरीदे. बीआर 07एटी 9009, बीआर 07बीसी 0786 नंबर क्रमशः आदित्य कुमार एवं फिरोज आलम ने 15-15 हजार रुपए देकर विभाग से प्राप्त किया है.विषय संख्या के नंबर की मांग अधिक
विभाग की मानें तो सम संख्या की तुलना में विषम संख्या के नंबर की मांग अधिक होती है. बता दें कि 0001-03-05-07-09 संख्या वाले च्वाइस नंबर जारी करने के लिए न्यूनतम कीमत प्रति नंबर एक लाख रुपया निर्धारित है. इस नंबर की मांग सबसे अधिक है. वही च्वाइस नंबर 0002-04-68,10,11,111,1000, 1001, 0010 संख्या के लिए न्यूनतम 60 हजार रुपए प्रति नंबर निर्धारित है.सीरीज च्वाइस नंबर प्राप्ति के लिए परिवहन विभाग द्वारा तय दर
ए——एक लाख ( न्यूनतम)बी—-साठ हजार ( न्यूनतम)सी—–35000 ( न्यूनतम)डी——16000 ( न्यूनतम)इ——–10 हजार ( न्यूनतम)
च्वाइस नंबर के लिए आवेदन जरूरी
चॉइस नंबर के लिए वाहन मालिक आवेदन करते हैं. आवेदन को चेक कर डिमांड राशि ऑनलाइन जमा करने के उपरांत नंबर उपलब्ध कराया जाता है. जिला में सीरीज के चॉइस नंबर ए की ज्यादा भीड़ नहीं है, परंतु सीरीज के चॉइस नंबर बी एवं सी के एक दर्जन से अधिक शौकीन वाहन स्वामी हैं, जबकि सीरीज के चॉइस नंबर सी एवं इ प्राप्त करने वाले 40 से अधिक वाहन स्वामी हैं.निबंधन संख्या नंबर की कीमत (रुपये में)
बीआर07एएम9696 1600बीआर07एपी000 7 100000बीआर07एपी 1111 60000
बीआर07एपी 8055 16000बीआर07एटी0786 35000
बीआर07एटी7000 60000बीआर07एटी9009 15000
बीआर07एजेड2121 16000बीआर07बीबी0123 16000
बीआर07बीबी6666 60000बीआर07बीसी0001 100000
बीआर07बीसी0191 10000बीआर07बीसी0786 15000
बीआर07बीसी1515 16000बीआर07बीसी2626 16000
बीआर07बीसी7455 10000बीआर07बीसी8055 16000
बीआर07बीडी0001 100000बीआर07बीडी0111 60000
बीआर07बीडी0786 35000बीआर07बीई0001 101000
बीआर07बीई2011 16000बीआर07जीसी0786 15000
बीआर07जीसी4199 7500बीआर07पीडी1366 7500बीआर07पीडी6200 15000
बीआर07पीडी9696 10000कहते हैं अधिकारी
डीटीओ श्रीप्रकाश ने बताया कि च्वाइस नंबर बिक्री से विभाग को इस वर्ष 09 लाख 44 हजार रुपये राजस्व प्राप्त हुए हैं. प्रत्येक वर्ष लगन, धनतेरस और विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर लक्की नंबर प्राप्ति के लिए ज्यादा आवेदन आते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है