Bhindi plucking machine is a boon for vegetable growers पूसा : डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली के वैज्ञानिकों ने तकनीकी सप्ताह में रविवार को मोरसंड बहादुरपुर ग्राम में भिंडी के खेत में किसानों के बीच ””””भिंडी तुराई यंत्र”””” का प्रत्यक्षण किया गया. केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा विकसित इस यंत्र को क्षेत्रों से अत्यधिक मांग है. इसका प्रत्यक्षण करते हुए इं. विनिता कश्यप ने किसानों को इस तकनीक के बारे में विस्तार बताया. इन्होंने किसानों को भिंडी तुराई के दौरान हाथ में खुजली सहित अन्य इन्फेक्शन से निजात मिलने व व्यावसायिक दृष्टिकोण से कम समय में ज्यादा से ज्यादा भिंडी तुराई करने का सफल यंत्र बताया. इस प्रत्यक्षण कार्यक्रम में कुल 25 किसानों ने भाग लिया.
Bhindi plucking machine is a boon for vegetable growers भिंडी की खेती में सबसे मुख्य समस्या भिंडी की तुराई में आती है. जिसकी वजह से कई किसान भिंडी की खेती करना छोड़ भी रहे हैं.
कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ आरके तिवारी ने बताया कि भिंडी की खेती में सबसे मुख्य समस्या भिंडी की तुराई में आती है. जिसकी वजह से कई किसान भिंडी की खेती करना छोड़ भी रहे हैं. अतः इस तकनीकी सप्ताह में विश्वविद्यालय के द्वारा विकसित भिंडी तुराई यंत्र का प्रत्यक्षण किसानों के बीच में किया गया ताकि किसान इसके बारे में जान सके एवं इस तकनीक को अपनाकर अपनी समस्या का समाधान कर सकें. भिंडी तुराई यंत्र किसानों सहित खासकर सब्जी उत्पादकों के लिए वरदान साबित हो रहा है. इस कार्यक्रम के दौरान इंजीनियर विनिता कश्यप ने किसानों को बताया कि इस यंत्र के द्वारा किसानों को भिंडी को तोड़ने समय छूने की जरूरत नहीं पड़ती है. वह इस यंत्र के द्वारा इसे तोड़कर इसके होल्डर में इसे रख सकते हैं. एक बैग में इसका भंडारण कर सकते हैं. जिससे भिंडी तुरई में होने वाली त्वचा संबंधित समस्याएं जैसे खुजली या अन्य समस्याएं भी नहीं आती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है