बैरकपुर. एक बार आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने साफ कर दिया कि उनके आंदोलन में राजनीति का प्रवेश नहीं होने देंगे. इससे पहले लालबाजार में आंदोलन के दौरान उन्होंने तमलुक के बीजेपी सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ वापस जाओ के नारे लगाये थे. बाद में अग्निमित्रा पाल भी वापस जाओ के नारे लगे थे. अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार के सागर दत्त अस्पताल पहुंचने पर आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने गो बैक के नारे लगाये. आरोप है कि शुक्रवार रात से ही सागर दत्त अस्पताल में रोगी की मौत से गुस्साये परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों के साथ धक्का-मुक्की की थी. इसके विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर और कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल रविवार सुबह अस्पताल पहुंचा तो उन्हें देख जूनियर डॉक्टरों ने वापस जाओ के नारे लगाये. ””इस आंदोलन में राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमने साफ कर दिया है कि यहां राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि हम आम आदमी के तौर पर यहां आये हैं. लेकिन हमने साफ कर दिया है कि उन्हें दूर से ही इस आंदोलन का समर्थन करना चाहिए. हम मंच पर खड़े होने की इजाजत नहीं देंगे. वहीं शुभंकर सरकार ने कहा कि मैं उनके मंच पर गया हूं. एक बहन और भाई ने उन लोगों से कहा- जो झंडा लेकर आयेंगे, वे वापस चले जायें. हम झंडा नहीं लाये. हम उनके आंदोलन का पूरा समर्थन करते हैं. गौरतलब है कि कमरहट्टी स्थित सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक महिला रोगी की मौत के बाद परिजनों द्वारा किये गये हमले की घटना के खिलाफ शुक्रवार रात से अस्पताल में जूनियर चिकित्सकों एवं नर्स ने काम बंद कर प्रदर्शन शुरू किया है. उनका प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा. हमले की घटना में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. शुक्रवार रात को अस्पताल में रोगी की मौत के बाद परिजनों ने चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कथित तौर पर कर्मचारियों की पिटाई की थी. चिकित्सकों पर हमले किये थे. तीन जूनियर डॉक्टर, तीन नर्स और स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गये थे.
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