Flood in Bihar: मुंगेर. बाढ़ की त्रासदी अभी कम भी नहीं हुई थी और एक बार फिर गंगा अपने ऊफान पर पहुंच गया है. मुंगेर में तीसरी बार गंगा वार्निंग लेवल को पार किया है. जबकि एक बार डेंजर लेवल को पार करने के कारण यहां बाढ ने भीषण रूप से धारण कर लिया था. इधर गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण एक बार फिर से मुंगेर में बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया है और जहां से बाढ़ का पानी निकल गया था. वहां फिर से बाढ़ का पानी घूसने लगा है. जिसके कारण बाढ़ प्रभावित परिवार डरे-सहमे हैं और उनके घर वापसी की संभावना तत्काल छिन हो गयी है.
वार्निंग लेवल से 10 सेंटीमीटर उपर पहुंची गंगा
पिछले कुछ दिनों से गंगा के जलस्तर में तेजी से गिरावट दर्ज किया जा रहा था. डेंजर लेवल 39.95 मीटर से उतरकर गंगा वार्निंग लेवल 38.33 से 19 सेंटीमीटर नीचे चली गयी. जो रविवार की सुबह 38.14 मीटर पर पहुंच गयी थी. लेकिन सोन और गंडक का पानी गंगा में मिलने के बाद मुंगेर में गंगा के गिरते जलस्तर को रोक दिया. रविवार की शाम से गंगा के जलस्तर में वृद्धि पुन: जारी हो गया. जो 38.14 मीटर से बढ़ कर रविवार की रात 9 बजे 38.16 पर पहुंच गया. जिसके बाद सोमवार की सुबह गंगा का जलस्तर 38.27 मीटर पर पहुंच गयी. सोमवार की शाम 6 बजे गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल 38.33 को पार करते हुए 38.43 पर जा पहुंचा. यह तीसरा बार हुआ है जब गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल को इस सीजन में पार किया है. जबकि एक बार जलस्तर डेंजर लेवल किया था. लेकिन एक बार पुन : गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल को पार करते हुए डेंजर लेवल की ओर बढ़ चला है. केंद्रीय जल आयोग की माने तो पटना में लगातार जलस्तर में वृद्धि हो रही है. जिसके कारण मंगलवार को भी मुंगेर में गंगा के जलस्तर में वृद्ध जारी रहेगी.
एक फिर से घूसा गांव व घरों में पानी
मुंगेर में बाढ़ प्रभावित इलकों से बड़ी संख्या में लोग पलायन कर मुंगेर, लखीसराय, खगड़िया एवं बेगूसराय में शरण ले रखा है. मुंगेर किला क्षेत्र में जहां सैकड़ों परिवार बाल-बच्चे और मवेशियों के साथ पॉलिथीन का तंबू लगा कर शरण ले रखा है. वहीं बरियारपुर में लोगों ने रेलवे पटरी किनारे और सड़क किनारे शरण लिया है. विदित हो कि मुंगेर सदर और बरियारपुर में बाढ़ ने खूब ताबही मचायी थी. पिछले दिनों गंगा का जलस्तर काफी नीचे चला गया. जिसके कारण शहरी क्षेत्र से जहां पानी निकल गया था. वहीं दियारा क्षेत्र के गांव व घरों से भी पानी निकल गया. लेकिन बारिश के कारण गांव व घरों में पड़ा कीचर सुख नहीं आया. लोग धूप निकलने का इंतजार कर रहे थे. ताकि घर वापसी हो सके. लेकिन उसे क्या पता था कि बाढ़ फिर कहर बरपाने आ रही है. जहां से पानी निकला था, एक बार फिर से वहां बाढ़ का पानी फैलने लगा है. अगर गंगा के जलस्तर में वृद्धि नहीं रूकी तो एक बार फिर बाढ़ से तबाही पक्की है.
बाढ़ प्रभावित परिवारों के बीच फूड पैकेट का वितरण
इंडियन डेंटल एसोसिएशन मुंगेर द्वारा रविवार को फूड पैकेट का वितरण किया गया. एसोसिएशन के सदस्यों ने किला परिसर के अशोक क्लब, बबुआ घाट में शरण लिये 200 बाढ़ी पीड़ितों के बीच फूड पैकेट का वितरण किया. पैकेट में चूड़ा, गुड़ बिस्किट, दालमोट व अन्य सामान था. दंत चिकित्साओं बाढ़ पीड़ित लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति सजग भी किया. मच्छदानी का प्रयोग, पानी उबाल कर पीने, साफ सफाई का ध्यान रखने को कहा. साथ दांतों को स्वस्थ रखने की जानकारी दी. दंत चिकित्सक डा. पंकज कुमार, डा. उदय कुमार एवं अन्य ने राहत सामग्री का वितरण किया़.