मांझी . पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-बलिया रेलखंड पर छपरा से वाराणसी जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस चेनपुलिंग कर असामाजिक तत्वों ने रोक दी. इसकी वजह से सोमवार की सुबह रेलपुल के बीचोंबीच लगभग 25 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही. इस दौरान छपरा बलिया रेलखण्ड स्थित मांझी एवम बकुल्हा स्टेशन पर अन्य ट्रेनों को रोकना पड़ा. दोनो साइड की आधा दर्जन ट्रेन बकुल्हा तथा मांझी स्टेशन पर खड़ी रही. पुल के बीचों बीच फंसे रहने के कारण यात्री दहशत में थे. भय के कारण यात्री शोर मचा रहे थे. चेनपुलिंग की वजह से रेलपुल के बीचोबीच खड़ी एक्सप्रेस ट्रेन के गार्ड ने पुल के नीचे राम घाट पर सरयू में नहा रहे लोगों को आवाज देकर बुलाया. गार्ड की आवाज सुनकर रेलपुल के फुटपाथ के रास्ते चेनपुलिंग वाले रेल डिब्बों तक पहुंचे. मांझी नगर पंचायत के चैनपुर निवासी भोला यादव ने कड़ी मशक्कत कर वैक्युम को ठीक किया. तब जाकर ट्रेन बकुल्हा के लिए रवाना हुई. ट्रेन सुबह के पांच बजकर 23 मिनट पर रुकी तथा पांच बज कर 48 पर रवाना हुई. उक्त अवधि में ट्रेन रेलपुल के बीचोबीच खड़ी रही. इस दौरान ट्रेन में सवार यात्री किसी अज्ञात अनहोनी को लेकर हलकान रहे. इसी बीच मौका पाकर चेनपुलिंग करने वाले दोनों शातिर युवक ट्रेन से उतरकर फरार हो गये. शनिवार को शरारती तत्वों ने रेल लाइन पर रखा था पत्थर : बीते शनिवार को मांझी रेलपुल से महज तीन सौ मीटर दक्षिण यूपी की सीमा में शरारती तत्वों ने दोनों रेल पटरियों पर समानांतर एक एक बोल्डर रख दिया था. हालांकि लखनऊ छपरा एक्सप्रेस के ईंजन के आगे सुरक्षा हेतु लगे लोहे के एंगल से टकराकर रेल पटरी पर मौजूद पत्थर टूटकर छिटक गये थे और एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल बाल बची थी. रेल प्रशासन रेल पटरी पर पत्थर रखने के मामले की गहराई से जांच कर रहा है. ताकि शरारती तत्वों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा सके.
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