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Darbhanga News: भूभोल में बाढ़ के बीच फंसे कई परिवार, बचाव टीम की आस में घर व मस्जिदों की छतों पर कर रहे इंतजार

Darbhanga News:बाढ़ प्रभावित भूभोल, झगरुआ, तरवारा, जमालपुर, सिमरी, छिलकोरा, नरकटिया, जक्सो, कुबोल, तेतरी, खैसा में अभी तक लोग बाढ़ के बीच फंसे हुए हैं. घरों व मस्जिद की छत पर शरण लिए हुए हैं.

Darbhanga News: घनश्यामपुर. बाढ़ प्रभावित भूभोल, झगरुआ, तरवारा, जमालपुर, सिमरी, छिलकोरा, नरकटिया, जक्सो, कुबोल, तेतरी, खैसा में अभी तक लोग बाढ़ के बीच फंसे हुए हैं. घरों व मस्जिद की छत पर शरण लिए हुए हैं. समाचार लिखे जाने तक एनडीआरएफ की टीम द्वारा इनलोगों का रेस्क्यू नहीं किया जा सका था. स्थानीय लोगों के अनुसार कई लोग के बाढ़ के पानी में लापता भी हो गये हैं. सबसे ज्यादा हालत खराब भुभोल गांव का है. इस गांव के कई लोग घर व मस्जिद की छत पर हैं. एनडीआरएफ की टीम की आस में बैठे हैं. इधर, कोसी व कमला के जलस्तर में सोमवार को चौथे दिन भी वृद्धि जारी रहा. किरतपुर प्रखंड के कोसी व गेहूंआ नदी के तटबंधों के बीच बसे लगभग सौ गांव जलप्रलय से त्राहिमाम कर रहे हैं. प्राय: हर गांव की सड़क पर लगभग 10 से 15 फीट पानी बह रहा है. धान की फसल बर्बाद हो चुकी है. लोगों के घर में सभी सामान बर्बाद हो गये. कोसी नदी के पूर्वी व पश्चिमी तटबंध के बीच अवस्थित 16 विद्यालय व कोसी के पश्चिमी तथा कमला के पूर्वी तटबंध के बीच के 48 विद्यालय में पानी प्रवेश कर चुका है. लगभग 15 से 20 फीट पानी है. इसकी पुष्टि बीइओ रामभरोस चौधरी ने की है. उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी का लिखित में अभी तक कोई आदेश नहीं आया है. वर्तमान में सभी विद्यालयों में पठन-पाठन कार्य बंद कर दिया गया है. शिक्षकों को बाढ़ राहत कार्य में लगाया जायेगा.

एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ के बीच फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया

कुशेश्वरस्थान/कुशेश्वरस्थान पूर्वी. बड़ी संख्या में घरों में ही फंसे बाढ़ पीड़ितों को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकला. इसके बाद वे लोग तटबंध पर पहुंचे. सीओ गोपाल पासवान ने बताया कि एनडीआरएफ की एक यूनिट में चार बोट से बाढ़ में फंसे लोगो को निकाला गया है. निजी बोट डीजल संचालित मोटरबोट से भी बुढ़िया-सुकरासी, उजुआ सहित बाढ़ में फंसे टोले से लगभग पांच से छह हजार लोगों को निकाल कर उंचे स्थान पर पहुंचाया गया है. जिलाधिकारी के आदेशानुसार अलीनगर के सीओ शिवम कुमार, डीपीआरओ तथा सीडीपीओ को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है. इनलोगों के सहयोग से बाढ़ प्रभावित इलाके में जाकर रात 12 बजे तक व सुबह तीन बजे से ही पीड़ितों की सहायता की जा रही है. बाढ़ में फंसे लोगों को उंचे स्थान पर लाया गया है. सीओ ने बताया कि तेगच्छा, महादेवमठ, तिलकेश्वर, सपही, बुढ़िया सुकरासी, ब्रहमोतर कोलाटोका, उजुआ, आरही, चौकियां, इटहर गांव में 15 स्थानों पर सामुदायिक किचेन चालू कर दिया गया है. बाढ़ पीड़ित लोगों को हरसंभव सहायता के लिए प्रशासन तत्पर है. अंचल में आपदा कंट्रोल रूम नम्बर को भी सार्वजनिक कर दिया गया है. 24 घंटा में कभी भी कोई जरूरत पड़े तो पीड़ित कॉल कर सूचना दे सकते हैं. तुरंत सहायता की जायेगी.

महादेवमठ-तेगछा के निकट कटाव, सीओ ने तत्परता से कराया बंद

कुशेश्वरस्थान/कुशेश्वरस्थान पूर्वी. बाढ़ व बारिश के पानी के दवाब से सोमवार की दोपहर नवनिर्मित एसएच-56 कुशेश्वरस्थान-फुलतोरा सड़क में तेगच्छा, महदेवमठ गांव के निकट पुल के बगल में कटाव शुरू हो गया. इसकी सूचना मिलते ही सीओ गोपाल पासवान सदल-बल महादेवमठ पहुंचे. कटाव स्थल का जायजा लिया. कटाव को रोकने के लिए बोरे में मिट्टी भड़कर डलवाना शुरू किया. कटाव को रोकने में देरशाम तक जुटे रहे. सीओ ने बताया कि बाढ़ के पानी का दवाब व बारिश से कुशेश्वरस्थान-फुलतोड़ा सड़क में महादेवमठ-तेगछा के निकट हो रहे कटाव को तत्काल मिट्टी भरे बोरे डालकर रोक दिया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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